भारत की संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कतर में लंबे वक्त से फंसे नौसेना के पूर्व अधिकारियों को निकालना हमारी प्रथामिकता है। यह मामला संवेदनशील है और उसे लेकर भारत कतर की सरकार के लगातार संपर्क में है। उन्होंने बताया कि भारत की ओर से कतर में भारत के राजदूत और वरिष्ठ अधिकारी वहां की सरकार से बात कर रहे हैं।
इससे पहले 1 दिसंबर को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी कहा था कि भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारियों की कतर में गिरफ्तारी के मामले में भारत नियमित रूप से अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। भारतीय दूतावास सक्रिय रूप से इस मुद्दे का समाधान करने में जुटा है। उन्होंने कहा था कि हिरासत में लिए गए लोगों के भारत में परिजनों से भी सरकार संपर्क में है।