ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर में एक महिला को अपनी कार में बैठने के लिए मजबूर करने वाले भारतीय मूल के तीन युवकों को 10-10 साल जेल की सजा सुनाई गई है। हालांकि दो आरोपियों पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोप साबित नहीं हो सके।
पुलिस के अनुसार अजय डोप्पलापुडी (27), वहार मनचला (24) और राणा येल्लामबाई (30) को लीसेस्टर क्राउन कोर्ट ने महिला के अपहरण का दोषी पाया है। घटना पिछले साल 16 जनवरी की आधी रात को लीसेस्टर सिटी सेंटर में हुई थी।
लीसेस्टर पुलिस ने बताया तीनों आरोपियों को महिला को अकेली देखकर निफ्ट देने के बहाने अपनी ऑडी कार में बिठा लिया था। पीड़िता टैक्सी समझकर उसमें बैठ गई लेकिन जब वह उसके घर से दूर नारबोरो रोड पर चली गई तो उसे एहसास हुआ कि कुछ ठीक नहीं है।
अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि तीनों युवक महिला को 15 मील दूर तक ले गए। आखिर में मिस्टरटन के एक एकांत इलाके में लटरवर्थ के पास रुके जहां उन्होंने पीड़िता को कार से खींच लिया। महिला नशे में थी और अपना बचाव नहीं कर पा रही थी। उसे एक सुनसान जगह ले जाया गया। इससे वह डर गई लेकिन हिम्मत जुटाकर वहां से भागने में कामयाब रही। पीड़िता भागते हुए एक सड़क पर पहुंच गई, जहां थोड़ी देर बाद पुलिस पहुंच गई।
बाद में सीसीटीवी से लीसेस्टर सिटी सेंटर में कार की पहचान हो गई। पता चला कि वह कार कीपर लीसेस्टर के वेस्टकोट्स क्षेत्र में गॉल स्ट्रीट पर रहने वाले एक शख्स की है। उसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।