अमेरिकी यात्रा की तैयारी- 8/ सातवां रत्न- यज्ञोपवीत
मानव की स्पर्धा मानव से ही है। इस धरती पर मनुष्य से बढ़कर बुद्धिमान एवं मनुष्य से ही बढ़कर मूर्ख कोई प्राणी नहीं है। मानव की समझदारी जहां धरती के लिए वरदान हो जाती है, वहीं उसकी मूर्खता अभिशाप सिद्ध होती है।
मनुष्य के बारे में 3 महत्वपूर्ण बातें हैं - प्रथम है, उसका जन्म। दूसरा - उसके ज्ञान व समझ का स्तर और तीसरा है, उसका प्रकृति एवं समाज के प्रति सरोकार।