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अमेरिका में प्रवासी भारतीयों का जलवा, 500 यूनिकॉर्न में 90 संस्थापक

चार साल पहले अमेरिका में कॉफमैन फाउंडेशन ने अनुमान लगाया था कि साल 2006 से अमेरिका में अप्रवासियों द्वारा स्थापित इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी फर्मों के सह-संस्थापकों में 33.2 फीसदी भारतीय थे। इसके बाद सबसे अधिक 8.1 फीसदी के साथ चीनी थे।

Photo by Annie Spratt / Unsplash

भारतीय न केवल भारत में बल्कि अमेरिका में भी अपना झंडा गाड़ रहे हैं। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस में फाइनेंस के प्रोफेसर इल्या ए स्ट्रेबुलेव के हाल ही में आए अध्ययन में पाया गया है कि अमेरिका के 500 यूनिकॉर्न ​​के 1078 संस्थापक हैं जिनमें सबसे अधिक 90 संस्थापक भारत में पैदा हुए हैं। स्ट्रेबुलेव के आंकड़ों में 1997 और 2019 के बीच अमेरिकी यूनिकॉर्न को शामिल किया गया है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि दस में से चार से अधिक यूनिकॉर्न संस्थापक अप्रवासी हैं जिनमें सबसे अधिक भारतीय हैं इसके बाद इजराइल से 52 और कनाडा मूल के 42 संस्थापक हैं।

A young guy using his mobile phone to control home appliances while starting the car.
मौजूदा वक्त में भारतीय सबसे आगे हैं जिसके बाद अमेरिका में इजराइली अप्रवासी संस्थापक हैं। Photo by Divya Agrawal / Unsplash

1997 से 2019 के बीच प्रमुख यूनिकॉर्न के भारतीय संस्थापकों में से एक हैं कमीशन मुक्त स्टॉक ट्रेडिंग ऐप रॉबिनहुड के बैजू भट्ट। इसके अलावा क्लब हाउस के रोहन सेठ, इंस्टाकार्ट की अपूर्व मेहता, नूतानिक्स के अजीत सिंह, मोहित आरोन और धीरज पांडे, हॉर्टनवर्क्स के अरुण मूर्ति और सुरेश श्रीनिवास, चेग के आयुष फुंभरा, उडेमी के गगन बियाणी, म्यू सिग्मा के धीरज राजाराम भी शामिल हैं। इतना ही नहीं अमेरिका में इस साल यूनिकॉर्न बने फ्रैक्टल एनालिटिक्स की स्थापना कैलिफोर्निया में निर्मल पालपर्थी, प्रदीप सूर्यनारायण, प्रणय अग्रवाल, रामकृष्ण रेड्डी और श्रीकांत वेलामकन्नी ने स्थापना की है।

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