कोरोना के साथ US वीजा के लिए शुरू हुई परेशानी क्या अब हो जाएगी खत्म?

भारत में अमेरिकी दूतावास और चार वाणिज्य दूतावास इस साल 10 लाख से अधिक वीजा आवेदनों पर विचार करेगा। हैदराबाद स्थित अमेरिकी महावाणिज्य दूत जेनिफर लार्सन ने बुधवार को यह जानकारी दी। यह वाणिज्य दूतावास तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में अमेरिकी सरकार का प्रतिनिधित्व करता है।

लार्सन का कहना है कि हम जानते हैं कि वैश्विक कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से वीजा के लिए प्रतीक्षा समय लंबा हो गया है। हम अमेरिका जाने की इच्छा रखने वाले उन छात्रों, पेशेवरों और पर्यटकों के सामने आने वाली चुनौतियों को पहचानते हैं। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हम इस मोर्चे पर प्रगति कर रहे हैं। भारत उन बहुत कम देशों में से एक है, जहां कोरोनो वायरस से संबंधित यात्रा प्रतिबंध हटाए जाने के बाद अमेरिकी वीजा के लिए आवेदनों में बड़ी तेजी देखी गई। बता दें कि वीजा प्रोसेस में देरी को कम करने के लिए अमेरिका ने हाल ही में नई पहल शुरू की। इसमें पहली बार वीजा के लिए आवेदन करने वालों के लिए खास इंटरव्यू तय करना और कांसुलर स्टाफ की संख्या बढ़ाना आदि शामिल है।

गौरतलब है कि हाल ही में पैगाह पैलेस से हैदराबाद स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास नानकरामगुडा में अपने नए परिसर में स्थानांतरित हो गया है। नया परिसर कर्मचारियों की संख्या और सेवाओं के मामले में दक्षिण एशिया (दूतावासों को छोड़कर) में सबसे बड़ा वाणिज्य दूतावास है। वाणिज्य दूतावास के एक अधिकारी ने कहा कि संचालन पूरी तरह शुरू होने के बाद नानकरामगुडा स्थित वाणिज्य दूतावास एक ही दिन में 3,000 से 3,500 वीजा आवेदनों पर काम कर सकेगा। इससे पहले पैगाह पैलेस से संचालन के समय वाणिज्य दूतावास एक दिन में 1,100 आवेदनों पर विचार करता था।