अमेरिका में अकेलापन क्यों बन रहा खतरनाक बीमारी, कोरोना से और फैली?

अमेरिका में एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि अकेलापन आपकी सेहत और उम्र दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। शोध के मुताबिक अकेलापन आपके जीवन को उतना ही नुकसान पहुंचाता है, जितना नुकसान शराब और सिगरेट पीने से होता है। यूएस सर्जन जनरल की एक नई एडवाइजरी के मुताबिक संयुक्त राज्य अमेरिका में अकेलेपन की महामारी है। ये एक दिन में 15 सिगरेट पीने के बराबर है।

अमेरिकी सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति ने मंगलवार को नवीनतम सार्वजनिक स्वास्थ्य महामारी की घोषणा करते हुए यह खुलासा किया। विवेक मूर्ति ने 81 पन्नों की अपनी रिपोर्ट में कहा कि लगभग आधे अमेरिकी वयस्कों का कहना है कि उन्होंने अकेलेपन का अनुभव किया है। मूर्ति का कहना है कि अकेलापन एक आम भावना है जो कई लोग अनुभव करते हैं। यह भूख या प्यास की तरह है। डॉ. विवेक मूर्ति ने एसोसिएटेड प्रेस को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि यह एक ऐसा एहसास है जो शरीर के माध्यम से हमें मिलता है। हम पाते हैं कि अकेलेपन की स्थिति में जीवित रहने के लिए कुछ आवश्यक तत्व शरीर से गायब होता है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका में लाखों लोग अकेलेपन से संघर्ष कर रहे हैं। यह सही नहीं है। यही कारण है कि मैंने उस संघर्ष पर से पर्दा हटाने के लिए यह परामर्श जारी किया है। इसका मकसद अकेलेपन के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि शोध से पता चलता है कि ऐसे अमेरिकी जो हाल के दशकों में पूजा घरों, सामुदायिक संगठनों और यहां तक कि अपने परिवार के सदस्यों के साथ कम वक्त बिताया है, उन्होंने अकेलेपन की भावनाओं में वृद्धि की जानकारी दी है। अकेलेपन की एक वजहों में यह है कि पिछले 60 वर्षों में एकल परिवारों की संख्या दोगुनी हो गई है।

मूर्ति के मुताबिक यह संकट तब और गहरा गया जब दुनिया में कोविड-19 फैल गया। इस कारण स्कूल और कार्यस्थल बंद कर दिए। इस महामारी ने लाखों अमेरिकियों को रिश्तेदारों या दोस्तों से दूर घर पर अलग-थलग रहने के लिए मजबूर कर दिया। रिपोर्ट में पाया गया है कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान लोगों ने अपने मित्र समूहों को खो दिया और दोस्तों के साथ बिताए जाने वाले समय को कम कर दिया। अमेरिकियों ने 2020 में दोस्तों के साथ व्यक्तिगत रूप से एक दिन में लगभग 20 मिनट बिताए। दो दशक पहले यह रोजाना लगभग 60 मिनट से कम था।

उन्होंने कहा कि अकेलापन महामारी 15 से 24 वर्ष की आयु के युवाओं को प्रभावित कर रही है। इस आयु वर्ग के बच्चों ने इसी अवधि के दौरान दोस्तों के साथ बिताए गए समय में 70% की गिरावट की बात बताई है। अकेलापन समय से पहले मौत के जोखिम को लगभग 30% तक बढ़ा देता है। रिपोर्ट से पता चलता है कि अकेले रहने वाले लोगों को स्ट्रोक और हृदय रोग का अधिक खतरा है।
मूर्ति का कहना है कि खास तौर से सोशल मीडिया अकेलेपन में वृद्धि को बढ़ावा दे रहा है। मूर्ति ने कहा कि व्यक्तिगत बातचीत का कोई विकल्प नहीं है।

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