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इस देश में प्राथमिक शिक्षा की घटती गुणवत्ता पर स्टडी में चौंकाने वाला दावा

अमेरिकी थिंक-टैंक सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट (CGDEV) के लिए किए गए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि 1990 के दशक में भारत में जन्मी महिलाओं की तुलना में 1960 के दशक में पैदा हुईं महिलाओं में पांच साल की स्कूली शिक्षा के नतीजे अपेक्षाकृत बेहतर रहे हैं।

Photo by Chelsea Aaron / Unsplash

भारत ने अपनी साक्षरता दर में अच्छी-खासी प्रगति की है। आजादी के समय साक्षरता की दर लगभग 14 प्रतिशत थी, जो 2011 की जनगणना के मुताबिक, बढ़कर 74 प्रतिशत हो गई। लेकिन क्या स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है? एक नए अध्ययन के निष्कर्षों पर यकीन करें तो इसका जवाब ना में है।

Indian Children
शोधकर्ताओं का दावा है कि भारत सहित तमाम विकासशील देशों में ‘शिक्षा का संकट’ दिखा है, जहां स्कूली शिक्षा प्रणाली साक्षरता व संख्यात्मक कौशल प्रदान करने तक में नाकाम रही है। Photo by Church of the King / Unsplash

अमेरिकी थिंक-टैंक सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट (CGDEV) के लिए किए गए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि 1990 के दशक में भारत में जन्मी महिलाओं की तुलना में 1960 के दशक में पैदा हुईं महिलाओं में पांच साल की स्कूली शिक्षा के नतीजे अपेक्षाकृत बेहतर रहे हैं।

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