भारतीय वेटलिफ्टर (भारोत्तोलक) जेरेमी लालरिन्नुंगा ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में इतिहास रच दिया है। पुरुषों की 67 किलोग्राम श्रेणी में कुल 300 किलोग्राम वजन उठाकर जेरेमी ने नया रिकॉर्ड बनाया। रिकॉर्ड कायम करने के साथ ही उन्होंने भारत के खाते में दूसरा स्वर्ण पदक डाला। उल्लेखनीय है कि इस कॉमनवेल्थ गेम्स में यह भारत का पांचवां पदक था।
मिजोरम के रहने वाले जेरेमी ने इस खेल में भारत का वर्चस्व कायम रखते हुए अपने पहले ही कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। उन्होंने 31 जुलाई को हुए फाइनल में यह उपलब्धि हासिल की। इससे एक दिन पहले ही टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल विजेता मीराबाई चानू ने देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था।
जेरेमी ने स्नैच कैटेगरी में रिकॉर्ड तोड़ते हुए 140 किलो वजन उठाया और क्लीन एंड जर्क कैटेगरी में 160 किलो वजन उठाया। कुल मिलाकर उन्होंने 300 किलो वजन उठाया जो कॉमनवेल्थ गेम्स में एक रिकॉर्ड है। स्नैच के पहले प्रयास में जेरेमी ने 136 किलो वजन उठाया था और दूसरे प्रयास में 140 किलो वजन उठाया।
स्नैच कैटेगरी में दूसरे स्थान पर नाइजीरिया के एडिडियोंग जोसेफ उमोआफिया रहे जिन्होंने 130 किलो वजन उठाया और तीसरे स्थान पर समोआ के वेइपावा लोएन रहे जिन्होंने अपने पहले प्रयास में 127 किलो वजन उठाया था। अपने आखिरी प्रयास में जेरेमी ने 143 किलो वजन उठाने की कोशिश की थी लेकिन इसमें वह सफल नहीं हो पाए।
वहीं क्लीन एंड जर्क में जेरेमी ने 154 किलोग्राम वजन उठाकर शुरुआत की और दूसरी कोशिश में 160 किलोग्राम वजन उठाया। अपनी अंतिम कोशिश में उन्होंने 165 किलोग्राम वजन उठाने का प्रयास किया था लेकिन इसमें वह नाकाम रहे थे। कुल मिलाकर 293 किग्रा वजन उठाने वाले वेइपावा को रजत और 290 किग्रा उठाने वाले जोसेफ को कांस्य मिला।