वीजा के लिए लंबा होता जा रहा है इंतजार, कंपनियां कर रही हैं शिकायत
ट्रैवल कंपनियों के अनुसार कई शेंगेन देशों के लिए वीजा प्रक्रिया में देरी बढ़ी है और ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI) ने कहा है कि हम इस मामले पर संबंधित दूतावासों को पत्र लिखेंगे। एसोसिएशन ने कहा है कि अमेरिका के लिए भी वीजा आवेदनों और नियुक्तियों के लिए बड़ा बैकलॉग प्रतीत हो रहा है।
शेंगेन के सदस्यों में 26 यूरोपीय देश आते हैं। इन देशों ने अपनी पारस्परिक सीमाओं पर आधिकारिक तौर पर सभी पासपोर्ट और बाकी अन्य प्रकार के बॉर्डर कंट्रोल को समाप्त कर दिया है। शेंगेन एरिया एक आम वीजा नीति के साथ मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय यात्रा उद्देश्यों के लिए एकल न्यायाधिकरण की तरह काम करता है।
इसके सदस्य देशों में ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आइसलैंड, इटली, लात्विया, लिक्टेंस्टाइन, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, नॉर्वे, पोलैंड, पुर्तगाल, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन, स्वीडन और स्विट्जरलैंड आते हैं। एसोसिएशन की अध्यक्ष ज्योति मायल ने कहा कि हमने वीएफएस (VFS), दूतावासों और विदेश मंत्रालय से बात की है और यह मुद्दा एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम इस मामले पर आधिकारिक तौर पर सभी यूरोपीय देशों को पत्र लिखेंगे।
मायल ने कहा कि हमें सुनने को मिला है कि ग्रीस जैसे देशों ने दो महीने से अधिक समय से यात्री पासपोर्ट वापस नहीं किए हैं। अमेरिका के लिए भी बड़ी लंबित मांग है। उन्होंने आगे कहा कि स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है और वह भी तब जब इस समय गर्मियों का यह शीर्ष पर्यटन समय चल रहा है।
उधर, वीजा सेवाएं उपलब्ध कराने वाली कंपनी वीएफएस ग्लोबल (VFS Global) के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमें सीमित नियुक्ति उपलब्धता व भारत से खिंचे वीजा प्रक्रिया टाइमलाइन के साथ वीजा आवेदनों की विशाल संख्या का सामना करना पड़ रहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि औसतन वीएफएस ग्लोबल को एक दिन में भारत से लगभग 20 हजार आवेदन मिल रहे हैं। यह कोरोना वायरस महामारी से पहले के पीक सीजन के दौरान दर्ज की गई मात्रा के करीब है। उन्होंने कहा कि कंपनी वीजा आवेदन प्रक्रिया की केवल प्रशासनिक और गैर निर्णयात्मक पहलुओं को प्रबंधित करती है। एक व्यावसायिक दिन में आवेदनों को संसाधित करने के लिए वीएफएस के पास पर्याप्त कर्मचारी हैं।