अमेरिका में विवेक रामास्वामी को प्राइमरी चुनाव से पहले लगा झटका

अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए भारतीय मूल के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी को प्राइमरी चुनाव से पहले झटका लगा है। बताया गया है कि ऐन मौके पर उनका एक शीर्ष सहयोगी डोनाल्ड ट्रंप के खेमे में चला गया है।

स्थानीय मीडिया ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि प्राइमरी चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं। रामास्वामी अभियान के राष्ट्रीय राजनीतिक निदेशक रहे ब्रायन स्वेनसेन ने ट्रंप खेमे में शामिल होने के लिए हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

ट्रंप के प्रचार अभियान से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अपनी नई भूमिका में स्वेनसेन शुरुआती मतदान वाले राज्यों खासकर नेवादा में ट्रंप के प्रचार अभियान पर काम करेंगे। रामास्वामी अभियान की प्रवक्ता ट्रिसिया मैकलॉघलिन ने स्वेनसेन को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनका जाना दोनों अभियानों के लिए सर्वश्रेष्ठ है।

सर्वेक्षणों के अनुसार जीओपी मतदाताओं के बीच ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवारी की दौड़ में सबसे आगे हैं। शुरुआत से ही ट्रंप समर्थक रुख बनाए रखने वाले रामास्वामी जीओपी मतदाताओं के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर दूसरी पसंद के रूप में उभरे रॉन डेसैंटिस के बाद अपनी जगह बनाए हुए हैं।

रामास्वामी जहां पूरे जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। खेलों, टाउन हॉल में कई बार दिखाई दे रहे हैं। थैंक्सगिविंग सप्ताहांत में मुफ्त में उपहार वितरित करते नजर आ रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कई चुनाव अभियानों में उनकी सफलता दिखाई नहीं दे रही है, जो संकेत देते हैं कि मतदाताओं के बीच उनकी लोकप्रियता चरम पर नहीं पहुंच पा रही है।

रामास्वामी ने हाल ही में संवाददाताओं से कहा था कि उन्होंने अपने प्रचार अभियान पर अब तक अनुमानित दो करोड़ डॉलर खर्च किए हैं। संघीय चुनाव आयोग के साथ नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर के अंत तक उनके अभियान ने 22 मिलियन डॉलर से अधिक खर्च हुए, और उन्होंने 17 मिलियन डॉलर का योगदान दिया।