साल 2013 से 2017 तक दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों की सहायक सचिव रहीं निशा बिस्वाल अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन में सबसे प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी चेहरों में से एक थीं। इस समय बिस्वाल की भूमिका अमेरिका-भारत व्यापार परिषद की अध्यक्ष और यूनाइटेड स्टेट्स चैंबर ऑफ कॉमर्स में दक्षिण एशिया के लिए वरिष्ठ उपाध्यक्ष के तौर पर जलवायु, सततता और वैश्विक सुरक्षा समेत विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर रणनीतिक निर्देश उपलब्ध कराना है।

हाल ही में बाइडन प्रशासन में भारतीय-अमेरिकियों की बढ़ती संख्या के साथ भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को लेकर बिस्वाल ने भारतीय दैनिक अखबार टाइम्स आफ इंडिया से खास बातचीत की। बिस्वाल ने कहा कि हमने पहले बराक ओबामा के प्रशासन में भी भारतीय-अमेरिकियों की बढ़ती संख्या देखी थी और बाइडन प्रशासन में भी यह रुख जारी है।
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में भी भारतीय-अमेरिकियों की अच्छी खासी संख्या थी। निशा बिस्वाल कहती हैं कि ऐसा रुख इसलिए दिख रहा है क्योंकि अमेरिका की आबादी और इसकी संरचना को प्रतिबिंबित करने के लिए अमेरिका की सरकार की ओर से विभिन्न प्रकार के दृष्टिकोण, अनुभव और पृष्ठभूमि के लोगों को साथ लाने पर जबरदस्त ध्यान दिया गया है।