अमेरिकी सरकार की एक एजेंसी ने भारत के तमिलनाडु में एक सोलर पैनल फैक्टरी की स्थापना के लिए 50 करोड़ डॉलर का कर्ज देने की घोषणा की है। यह फैक्टरी भारत की कार्बन उत्सर्जन को कम करने की प्रतिबद्धता को सफल बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है और इसकी क्षमता हर साल लगभग 3.3 गीगावाट के मॉड्यूल्स के उत्पादन की होगी।
दक्षिण राज्य तमिलनाडु में इस फैक्टरी की स्थापना अमेरिका की सबसे बड़ी सोलर कंपनी फर्स्ट सोलर (First Solar) कर रही है। इसे लेकर अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय विकास वित्तीय कॉर्पोरेशन (DFC) ने भारत में सौर विनिर्माण सुविधा का समर्थन करने के उद्देश्य से फर्स्ट सोलर की फैक्टरी के लिए 50 करोड़ डॉलर के ऋण वित्तपोषण का एलान किया है।