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बाइडेन प्रशासन में भारतीय अमेरिकियों का लहराता परचम, इस बार अंजलि

प्रमुख भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. आरती प्रभाकर को बाइडेन द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति के शीर्ष विज्ञान सलाहकार के रूप में नामित किया गया था। वहीं पिछले हफ्ते बाइडेन ने भारतीय-अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञ राधा अयंगर को पेंटागन के शीर्ष पद के लिए नामित किया था।

भारतीय-अमेरिकी कानूनी विशेषज्ञ अंजलि चतुर्वेदी को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वेटरन्स अफेयर्स डिपार्टमेंट में जनरल काउंसल के रूप में नामित किया है। हाल ही में प्रमुख भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. आरती प्रभाकर को बाइडेन द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति के शीर्ष विज्ञान सलाहकार के रूप में नामित करने के बाद अंजलि चतुर्वेदी भारतीय अमेरिकी समुदाय से नया नाम है, जिसे बाइडेन प्रशासन में एक महत्वपूर्ण पद के लिए नामित किया गया है।

व्हाइट हाउस की वेबसाइट के अनुसार चतुर्वेदी अमेरिकी न्याय विभाग के आपराधिक विभाग में उप सहायक अटॉर्नी जनरल हैं। चतुर्वेदी को यूएस डिपार्टमेंट ऑफ वेटरन्स अफेयर्स के जनरल काउंसल के लिए नामित किया गया है। विभाग का मुख्य दृष्टिकोण दिग्गजों को उनके द्वारा अर्जित विश्व स्तरीय लाभ और सेवाएं प्रदान करना है और ऐसा करने के लिए करुणा, प्रतिबद्धता, उत्कृष्टता, व्यावसायिकता, अखंडता, जवाबदेही और नेतृत्व के उच्चतम मानकों का पालन करना है।

चतुर्वेदी ने अपने करियर के दौरान सरकार की तीनों शाखाओं और निजी प्रैक्टिस में काम किया है। सरकारी सेवा में लौटने से पहले चतुर्वेदी नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन कॉरपोरेशन के लिए सहायक जनरल काउंसल और जांच निदेशक थीं,  ​जिसमें वह कंपनी की वैश्विक जांच टीम का नेतृत्व करती थीं। बता दें कि चतुर्वेदी ने इससे पहले ब्रिटिश पेट्रोलियम में सहायक जनरल काउंसल और निक्सन पीबॉडी की वाशिंगटन डीसी लॉ फर्म में पार्टनर के रूप में काम किया था। निजी प्रैक्टिस में प्रवेश करने से पहले वह एक संघीय अभियोजक थीं।

अंजलि ने कोलंबिया सुपीरियर कोर्ट के डिस्ट्रिक्ट के जज ग्रेगरी ई मिज के लिए बतौर क्लर्क के रूप में अपना कानूनी करियर शुरू किया था। चतुर्वेदी ने जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी और हेस्टिंग्स कॉलेज ऑफ लॉ में एडजंक्ट प्रोफेसर के रूप में ट्रायल एडवोकेसी और क्रिमिनल प्रोसीजर भी पढ़ाया है। न्यूयॉर्क के कोर्टलैंड में जन्मीं चतुर्वेदी पहली पीढ़ी की अमेरिकी हैं। वह जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल और कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं। वह एक प्रमाणित योग शिक्षक भी हैं। वह एमडी के चेवी चेस में अपने पति और बेटे के साथ रहती हैं।

मालूम हो कि प्रमुख भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. आरती प्रभाकर को बाइडेन द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति के शीर्ष विज्ञान सलाहकार के रूप में नामित किया गया था जिसे व्हाइट हाउस और भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने ऐतिहासिक बताया था। पिछले हफ्ते बाइडेन ने भारतीय-अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञ राधा अयंगर को पेंटागन के शीर्ष पद के लिए नामित किया था। व्हाइट हाउस ने पिछले महीने एक बयान में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन भारतीय-अमेरिकी राजनयिक गौतम राणा को स्लोवाकिया में नए अमेरिकी राजदूत के रूप में नामित करने के लिए भी तैयार हैं।

बाइडेन ने अप्रैल में भारतीय-अमेरिकी राजनयिक रचना सचदेवा कोरहोनेन को माली में अपना दूत नामित किया था जो एक महीने से अधिक समय में किसी भारतीय-अमेरिकी के लिए इस तरह का तीसरा नामांकन है। मार्च में राष्ट्रपति बाइडेन ने दो भारतीय-अमेरिकियों को अमेरिकी दूत के रूप में नामित किया था। उन्होंने राजनयिक पुनीत तलवार को मोरक्को में अमेरिका का राजदूत और राजनीतिक कार्यकर्ता शेफाली राजदान दुग्गल को नीदरलैंड में अपना दूत नामित किया था।

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