भारत के कई शहरों में फर्जी कॉल सेंटरों पर छापेमारी और गिरफ्तारी की खबरें लगातार सामने आती रहती हैं। ये एक कमरे में बैठकर लोगों को चपत लगाने का काम करते हैं। इनके पीछे जिनका दिमाग चलता है और इन सेंटरों पर जो काम करते हैं, वे दिखने में तो आम शहरी की तरह नजर आते हैं। लेकिन ये लोग बहुत शातिर किस्म के अपराधी होते हैं। फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं और भारत में बैठकर विदेशों नागरिकों को अपने जाल में फंसाते हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने भारत में चल रहे ऐसे 6 फर्जी कॉल सेंटरों और इन्हें चलाने वाले निदेशकों पर आरोप लगाया है कि अमेरिकी अधिकारी बनकर इन्होंने डरा धमकाकर या ऑनलाइन धोखाधड़ी के अन्य साधनों से लोगों से अरबों रुपये की ठगी की है।
अमेरिका स्थित जॉर्जिया के उत्तरी जिले के अटॉर्नी कर्ट एर्स्किन का आरोप है कि भारत में चल रहे इन फर्जी कॉल सेंटरों ने ‘वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल’ (वीओआईपी) का इस्तेमाल करके अमेरिकी नागरिकों को फोन किए। उनका कंप्यूटर हैक करके पीड़ितों को अपने वश में किया और उनसे धोखाधड़ी की। अमेरिका में कई पीड़ितों के जीवन भर की पूंजी ही लूट ली और उन्हें पाई-पाई का मोहताज कर दिया। कई पीड़ितों जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग हैं, उनके लिए यह किसी बड़े सदमे और मानसिक आघात से कम नहीं है। इन कॉल सेंटर्स पर आरोप है कि ये कई तरह की धोखाधड़ी में शामिल रहे हैं।