जलवायु के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत दूत जॉन केरी इसी महीने भारत की यात्रा पर जा सकते हैं। उनका यह दौरा क्लाइमेट एक्शन एंड फाइनेंस मोबिलाइजेशन डायलॉग (CAFMD) के तहत भारत और अमेरिका के बीच नवीनीकृत ऊर्जा के क्षेत्र समेत विभिन्न मुद्दों पर वार्ता शुरू करने के तरीके पर चर्चा करने के लिए हो सकता है।

दोनों देशों ने पिछले साल सितंबर में संयुक्त रूप से CAFMD की शुरुआत की थी। यह भारत-अमेरिका जलवायु एवं स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 भागीदारी का हिस्सा है। इस भागीदारी की शुरुआत पिछले साल अप्रैल में जलवायु पर नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने की थी।