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अमेरिका के इस विश्वविद्यालय को मिले तमिल स्टडीज चेयर के लिए 5,00,000 डॉलर

संगठन ने साल 2026 तक 2 मिलियन डॉलर यानी लगभग 15 करोड़ जुटाने का संकल्प लिया है ताकि ह्यूटन विश्वविद्यालय में तमिल स्टडीज चेयर को स्थायी दर्ज दिलावाया जा सके।

अमेरिका के राज्य टेक्सास की गैर लाभकारी संस्था ह्यूस्टन तमिल स्टडीज चेयर इंक. (एचटीएससी) ने ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में तमिल स्टडीज चेयर को स्थापित करने के लिए पहली बार 5 लाख डॉलर का भुगतान ह्यूस्टन विश्वविद्यालय को किया है। ह्यूस्टन विश्वविद्यालय दुनिया के शीर्ष 50 विश्वविद्यालयों में से एक है और तमिल पहली ऐसी भाषा है जिसकी विश्वविद्यालय में चेयर को स्थापित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में महावाणिज्य दूत असीम महाजन भी शामिल हुए थे।

जिस कार्यक्रम में ह्यूस्टन तमिल स्टडीज चेयर इंक. ने यह राशि ह्यूस्टन विश्वविद्यालय को सौंपी, उसमें भारतीय अमेरिकी चांसलर और ह्यूस्टन विश्वविद्यालय की अध्यक्ष डॉ. रेणु खटोर भी मौजूद थीं। इसके अलावा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एलोइस डन ब्राइस और कॉलेज ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड सोशल साइंसेज के अंतरिम डीन डॉ. डैनियल पी ओ'कॉनर भी मौजूद थे।

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