भारत की आजादी के 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर ब्रिटेन प्रशासन ने सितंबर से ब्रिटेन में पढ़ाई करने के लिए भारतीय छात्रों के लिए 75 स्कॉलरशिप की पेशकश की है। इस योजना के लिए ब्रिटिश सरकार ने भारत के प्रमुख व्यवासयों के साथ साझेदारी की है।
प्रस्तावित कार्यक्रमों में यूके विश्वविद्यालय में किसी भी विषय का अध्ययन करने के अवसर के साथ एक वर्षीय मास्टर कार्यक्रम के लिए शेवनिंग स्कॉलरशिप शामिल हैं। इसके अलावा भारत में ब्रिटिश काउंसिल भी विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में महिला छात्रों के लिए लगभग 18 स्कॉलरशिप की पेशकश कर रही है, जिसमें 150 से अधिक यूके विश्वविद्यालयों में 12,000 से अधिक पाठ्यक्रम शामिल हैं। इनके साथ ही ब्रिटिश काउंसिल छह अंग्रेजी स्कॉलरशिप भी दे रही है।
📢 Announcing 75 fully-funded scholarships for 🇮🇳 students to study in the 🇬🇧 from September!
— UK in India🇬🇧🇮🇳 (@UKinIndia) June 30, 2022
यूके सरकार ने कहा कि यह अब तक एक वर्षीय मास्टर कार्यक्रम के लिए दी जाने वाली पूरी तरह से वित्त पोषित स्कॉलरशिप की सबसे अधिक संख्या है। भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने लंदन में इंडिया ग्लोबल फोरम के यूके-इंडिया वीक में कहा कि भारत के 75वें वर्ष के मौके पर यह एक मील का पत्थर है। मुझे यूके में भारतीय छात्रों के लिए 75 स्कॉलरशिप की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। भारत में लगभग 30 फीसदी शेवनिंग विद्वान छोटे शहरों से आते हैं या पहली पीढ़ी के छात्र हैं।
ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष का उत्सव मनाने के लिए एचएसबीसी, पियर्सन इंडिया, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा संस और डुओलिंगो जैसी कंपनियां इस विशेष पहल का समर्थन कर रही हैं। बता दें कि यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब भारत और यूके के कई राजनेता लंदन में इंडिया ग्लोबल फोरम में हिस्सा लेने के लिए एकत्र हुए हैं।
एचएसबीसी इंडिया 15 स्कॉलरशिप को प्रायोजित करेगा, पियर्सन इंडिया दो को प्रायोजित करेगा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टाटा संस और डुओलिंगो 75 स्कॉलरशिप के हिस्से के रूप में एक-एक स्कॉलरशिप को प्रायोजित करेगा। मालूम हो कि शेवनिंग योजना यूके सरकार की अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार योजना है जो 150 देशों में दी जाती है। इसका उद्देश्य 1983 से वैश्विक नेताओं को विकसित करना है। भारत का शेवनिंग कार्यक्रम 3,500 से अधिक पूर्व छात्रों के साथ दुनिया में सबसे बड़ा है।