भारत के दौरे पर प्रधानमंत्री बोरिस, 10,000 करोड़ रुपये के होंगे वाणिज्यिक सौदे

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन नरेंद्र मोदी के साथ अपनी दो दिवसीय यात्रा से पहले गुरुवार 21 अप्रैल को भारत पहुंचे। इस बीच बोरिस के दफ्तर की ओर से नेताओं के बीच बातचीत के दौरान पेश किए जाने वाले सौदों के विवरण की पुष्टि की गई है। डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि यूके और भारतीय व्यापारी 1 बिलियन पाउंड (10,000 हजार करोड़ रुपये) से अधिक के व्यापार को लेकर अपनी सहमति दिखाएंगे, जिससे पूरे यूके में लगभग 11,000 नौकरियां सृजित होंगी। यह निवेश सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से लेकर स्वास्थ्य क्षेत्रों में होगा।

जैसे ही जॉनसन भारत पहुंचे उन्होंने ट्विटर पर दोनों देशों के बीच दिखाई देने वाली क्षमता को व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मैं इस बात की व्यापक संभावनाएं देखता हूं कि हमारे दो महान देश मिलकर क्या हासिल कर सकते हैं। नेक्स्ट-जेनरेशन 5जी टेलीकॉम से लेकर हेल्थ रिसर्च और रिन्यूएबल एनर्जी में नई पार्टनरशिप तक यूके और भारत दुनिया में अग्रणी हैं।

जॉनसन ने सबसे पहले गुजरात पहुंचकर ब्रिटिश कंपनी जेसीबी की नई फैक्ट्री का उद्घाटन किया। बाद में उन्होंने अदानी समूह के प्रमुख गौतम अदानी से अदानी मुख्यालय में मुलाकात की। दोनों ने नवीकरणीय ऊर्जा, हरित H2 और नई ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करते हुए जलवायु और स्थिरता एजेंडा का समर्थन करने के लिए सौदों पर चर्चा की। दोनों ने यह भी कहा कि वे रक्षा और एयरोस्पेस प्रौद्योगिकियों के सह-निर्माण के लिए मिलकर काम करने की योजना बना रहे हैं।

डाउनिंग स्ट्रीट के एक बयान के अनुसार जॉनसन विज्ञान और तकनीकी सहयोग की भी इस दौरे के दौरान पुष्टि करेंगे। इसमें एक डिजिटल स्वास्थ्य साझेदारी और भारतीय डीप-टेक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्ट-अप के लिए एक संयुक्त निवेश कोष शामिल है जो यूके और भारत सरकार द्वारा समर्थित है। भारतीय छात्रों के लिए नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस छात्रवृत्तियां भी शुरू की गईं हैं जिन्हें यूके सरकार के शेवनिंग कार्यक्रम और भारत के अदानी समूह द्वारा संयुक्त रूप से वित्त पोषित किया जाएगा।

गुजरात में अदानी मुख्यालय में गौतम अडानी के साथ बोरिस जॉनसन। [फोटो: ट्विटर]

शुक्रवार को जॉनसन नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। जॉनसन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ विशेष तौर पर यूके-भारत मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत होगी। इसके तीसरे दौर की वार्ता अगले सप्ताह भारत द्वारा आयोजित की जाएगी। इस व्यापार समझौते का उद्देश्य साल 2030 तक यूके और भारत के बीच व्यापार और निवेश को दोगुना करना है।

जॉनसन दफ्तर की जानकारी: 25 नए भारतीय निवेश सौदे

स्विच मोबिलिटी: फर्म ने यूके और भारत में 1000 से अधिक अत्यधिक कुशल नौकरियों को रोजगार देने के लिए यूके में एक आर एंड डी केंद्र की स्थापना की।

मास्टेक: अपने यूके के संचालन का विस्तार करने के लिए लगभग 80 मिलियन पाउंड (800 करोड़ रुपये) का निवेश किया जिससे 1600 नौकरियां पैदा हुईं।

फर्स्टसोर्स: पूरे यूके में हब स्थापित करने के लिए निवेश किया जिससे 1000 नौकरियां पैदा हुईं।

टेक महिंद्रा: ब्रिटेन में 1,000 नौकरियां पैदा करने के लक्ष्य के साथ कंपनी की एआई विकास को बढ़ावा देने की योजना है।

एम्फैसिस: उत्तरी इंग्लैंड में एक नए कार्यालय के लिए 5 मिलियन पाउंड (50 करोड़ रुपये) का निवेश और लगभग 700 उच्च कौशल वाली नौकरियां पैदा करना।

वहीं यूके की ओर से भी 15 निर्यात सौदे की पेशकश की गई है जिनमें से कुछ हैं:

OptiBiotix Health plc ने अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के साथ एक विशेष बिक्री समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

स्वास्थ्य शिक्षा फर्म AT&F Solution और OrthOracle यूके ने चिकित्सा प्रशिक्षण देने के लिए 9.82 मिलियन पांउड (लगभग 100 करोड़ रुपये) का सौदा किया।

RELX ने 70 से अधिक चिकित्सा केंद्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए पांच साल के वाणिज्यिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

स्कॉट बेडर : भारत में एक रेजिन निर्माण सुविधा स्थापित करने के लिए 23 मिलियन पांउड ( 230 करोड़ रुपये) का निवेश करेगा जिससे भारत में 150 नौकरियां पैदा होंगी।

डिलिवरू : यूके के बाहर भारत के शहर हैदराबाद में अपना सबसे बड़ा प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित करेगा।