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यानी अब भारतीय 'भगोड़ों' को नहीं मिलेगी पनाह, गोल्डन वीजा बंद करेगा ब्रिटेन

साल 2008 में शुरू हुई गोल्डन वीजा के बाद से 14,156 रूसी नागरिकों ने ब्रिटेन में निवेश किया है। ऐसे ही साल 2008 से 2020 तक 254 भारतीय करोड़पतियों ने गोल्डन वीजा हासिल किया है। इनमें भारत से भागे विजय माल्या और नीरव मोदी भी हैं।

यूनाइटेड किंगडम (UK) अपनी गोल्डन वीजा योजना को रद्द करने की तैयारी कर रहा है। ब्रिटेन के सरकारी सूत्रों के हवाले से एक मीडिया संगठन ने बताया है कि टियर 1 निवेशक वीजा यानी गोल्डन वीजा पर अगले सप्ताह सरकार के घोषणा करने की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि गोल्डन वीजा के माध्यम से काले धन का प्रयोग करके धनी विदेशी निवेशक ब्रिटेन में आकर बस रहे हैं।

गोल्डन वीजा पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले की एक और वजह बताई जा रही है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार युक्रेन पर आक्रमण के खतरे को लेकर ब्रिटेन सरकार पर दबाव है कि वह रूस के साथ संबंध को खत्म करे। साल 2020 में ब्रिटेन की संसद की खुफिया और सुरक्षा समिति ने यह कहा था कि पुतिन के करीबी कई रूसी नागरिकों ने गोल्डन वीजा का गलत फायदा उठाया है। वे ब्रिटेन में नीतियों और व्यवसायों को प्रभावित करने के लिए ब्रिटेन में आकर बस गए हैं।

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