ब्रिटेन में रेस्त्रां की शृंखला चलाने वाले शख्स को रसोइयों की जरूरत थी। पहले तो स्थानीय स्तर पर उन्होंने काफी प्रयास किए, लेकिन नाकामी ही हाथ लगी। तमाम कोशिशों के बावजूद विफल होने के बाद भारत से नौ रसोइयों को काम पर रखा। ब्रिटेन के ऐबरिस्टविथ में स्थित वेले हॉलिडे पार्क के मालिक थॉमस स्कारोट का कहना है कि उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों को खोजने के लिए संघर्ष करने के बाद भारत से रसोइयों की एक टीम को काम पर रखा है।
पूरे वेल्स में स्कारोट के नौ हॉलिडे पार्क हैं। स्कारोट ने कहा स्थानीय क्षेत्र के लोगों को रखने के लिए कोशिश में कोई कमी नहीं रखी। एक रोजगार मेला भी आयोजित किया था, लेकिन केवल दो ही आए। उन्होंने कहा कि गृह कार्यालय के नियमों और भर्ती फर्मों को भुगतान करने की आवश्यकता के कारण स्थानीय कर्मचारियों को नियुक्त करने की तुलना में विदेशों से भर्ती करना अधिक महंगा और समय लेने वाला था। अब हमें रसोइयों की एक टीम मिली है, जो दो साल के लिए स्पॉन्सरशिप पर भारत से आई है।

ब्रिटेन के कारोबारी श्रमिकों की कमी को दूर करने के लिए भारत और ब्रिटेन के बीच संभावित मुक्त व्यापार समझौते की तरफ नजर लगाए हुए हैं। गौरतलब है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इसी हफ्ते भारत दौरे पर जा रहे हैं। अन्य बातों के अलावा, द्विपक्षीय व्यापार सौदा एजेंडे में होगा। दोनों देश महीनों से मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं और भारतीय पेशेवरों के लिए वीजा भारत की प्रमुख मांगों में से एक है। भारत एक प्रमुख आर्थिक शक्ति और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में ब्रिटेन के लिए एक मूल्यवान रणनीतिक भागीदार है।
अगर भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता हो जाता है तो यह कोविड महामारी के कारण जो कौशल की कमी आई है, उस संकट को भी दूर कर सकता है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले वर्षों में कुशल श्रमिकों की कमी और खराब हो जाएगी। अंतरराष्ट्रीय व्यापार विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि 2050 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। ऐसे में मुक्त व्यापार समझौता ब्रिटेन के लिए भारत में व्यापार करने के लिए बड़े अवसर खोलेगा।