अपने कारोबार को वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए राइड सर्विस कंपनी ऊबर ने न केवल नेताओं की लॉबिंग की बल्कि नियमों की भी धज्जियां उड़ाईं। यही नहीं, कंपनी ने 5 दिसंबर 2014 में दिल्ली में हुई एक बलात्कार की घटना का ठीकरा भी भारतीय व्यवस्था पर फोड़ने की कोशिश की।
घटना के बाद मची हलचल और आक्रोश के माहौल में कंपनी ने यह लाइन ले ली कि भारत में किसी (ड्राइवर) की पृष्ठभूमि की पड़ताल व्यवस्था त्रुटिपूर्ण थी, जिसकी वजह से यह घटना हुई। गौरतलब है कि आरोपी पर यौन उत्पीड़न का यह दूसरा मामला था।