इंद्रियों की सक्रियता का सीधा संबंध मानव स्वास्थ्य और निर्विकार दीर्घायु से है। किसी भी इंद्री की शिथिलता स्वास्थ्य के साथ उम्र पर भी असर डालती है। चिकित्सा विज्ञान भी समय-समय पर इसकी पुष्टि करता रहा है। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो की एक खोज नाक के मस्तिष्क से संबंध का खुलासा करने वाली है।

अध्ययन से पता चला है कि सूंघने की शक्ति में कमी अल्जाइमर औऱ डिमेंशिया का संकेतक हो सकती है। यानी सूंघने की शक्ति में कमी मस्तिष्क के उन तंतुओं को प्रभावित कर सकती है जिनसे डिमेंशिया या अल्जाइमर का पता चलता है।