पेंसिल्वेनिया हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में दो दक्षिण-अमेरिकी प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। इनमें से एक डॉ. अरविंद वेंकट हैं जबकि दूसरे अग्रिम मोर्चे के नर्स तारिक खान हैं। डॉ. अरविंद 30वें जिले से नामित हुए तो तारिक ने 194वें जिले से जीत हासिल की है।
Thank you to the voters of the 30th District for your confidence and support. I am honored to be the Democratic nominee. My campaign is ready for the general election campaign where voters will have a choice between common-sense solutions and an extreme far-right agenda. pic.twitter.com/2iPsLVhaWt
— Arvind Venkat (@VenkatforPA) May 18, 2022
यह चुनाव पिछले सप्ताह हुए थे। पाकिस्तानी मूल के तारिक खान ने पैम डिलिसियो को हराया है जो पिछले 12 साल से इस पद पर मौजूद थीं। खान की राजनीति में अभी शुरुआत ही है। उनका कहना है कि मैं यह चुनाव इसलिए लड़ रहा हूं क्योंकि मैं हमारी टूटी हुई व्यवस्था से थक चुका हूं। खान को कुल 6260 जबकि पैम को 4218 वोट मिले।
डॉ. अरविंद वेंकट का कहना है कि मैं यह चुनाव इसलिए लड़ रहा हूं क्योंकि हमें एक ऐसे प्रतिनिधि की जरूरत है, जिसने छोटे-बड़े संकटों में हमारे समुदाय की सेवा की है। वह अपने इन अनुभवों को जिले में सभी के अधिकारों की वकालत करने के लिए उपयोग करेगा, जो सभी के लिए बेहतर होगा।
Two decades ago, I fell head over heels in love with this district while getting my nursing diploma at @RoxboroughMemo1 Nursing School. Today I’m thrilled to announce we’ve won the Dem nomination for State Rep in the 194th, inclu Roxborough, Manayunk, East Falls & Chestnut Hill!! pic.twitter.com/EZSLNSag2l
— Tarik Khan (@TarikforPA) May 19, 2022
पेशे से इमरजेंसी फिजिशियन डॉ. वेंकट एलेघेनी हेल्थ नेटवर्क के साथ काम करते हैं। वह बहुत छोटी उम्र में अपने माता-पिता के साथ भारत से अमेरिका आ गए थे। वेंकट ने हार्वर्ड और येल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन से पढ़ाई की है। वह पिछले 15 साल से अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ मैककैंडल्स में रह रहे हैं।
तारिक खान के पिता पाकिस्तानी थे और माता कैथोलिक थीं। उनका जन्म और पालन-पोषण फिलाडेल्फिया में हुआ था। तारिक के पिता पढ़ाई करने और बेहतर जीवन जीने के लिए पाकिस्तान से फिलाडेल्फिया गए थे। तारिक की मां भी नर्स थीं और अपने परिवार में कॉलेज जाने वाली पहली महिला थीं।