वर्जीनिया में भारतीय मूल के दो उम्मीदवारों ने जीती डेमोक्रेटिक प्राइमरी

अमेरिका में दो भारतीय मूल के उम्मीदवारों ने डेमोक्रेटिक प्राइमरी में जीत हासिल की है। सुहास सुब्रमण्यम को वर्जीनिया सीनेट और कन्नन श्रीनिवासन को हाउस ऑफ डेलीगेट्स के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी में विजय प्राप्त हुई है।

वर्जीनिया चुनाव विभाग के प्रारंभिक परिणामों के अनुसार एशबर्न के सुब्रमण्यम दो बार प्रतिनिधि रहे हैं। वह वर्तमान में 87वें सदन जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने 20 जून की प्राइमरी में पूर्व राज्य प्रतिनिधि इब्राहिम समीरा को मामूली अंतर से हरा दिया।

सुब्रमण्यम ने ट्वीट करके इस जीत के लिए प्रत्येक स्वयंसेवक, टीम सदस्य और मतदाता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आप सभी के सहयोग के बिना यह काम संभव नहीं था। निर्वाचित होने पर वह राज्य सीनेटर जॉन बेल का स्थान लेंगे जिन्होंने सीनेट से अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा कर दी है।

लाउडाउन काउंटी के निवासी सुब्रमण्यम 2019 में वर्जीनिया महासभा के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी और दक्षिण एशियाई थे। वह 2015 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के व्हाइट हाउस सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनकी उपलब्धियों और समुदाय में कार्यों के लिए उन्हें लाउडाउन टाइम्स-मिरर के '40 अंडर 40' में नामित किया जा चुका है।

दूसरे भारतवंशी प्रत्याशी पोटोमैक फॉल्स के श्रीनिवासन ने साथी भारतीय-अमेरिकी सिरिशा कोमपल्ली को हराकर वर्जीनिया हाउस ऑफ डेलीगेट्स के 26वें जिले से प्राइमरी जीता है।  इस प्राइमरी में ब्रैम्बलटन, स्टोन रिज और साउथ राइडिंग सहित कई लाउडाउन समुदाय शामिल हैं।

यह नया जिला डलेस हवाई अड्डे के पश्चिम और दक्षिण में स्थित है और डलेस ग्रीनवे से लाउडाउन काउंटी के दक्षिण-पूर्वी कोने तक फैला है। श्रीनिवासन 1993 में भारत से आकर लगभग 25 वर्षों से लाउडाउन में रह रहे हैं। वह वर्जीनिया राज्य मेडिकेड बोर्ड के उपाध्यक्ष और लाउडाउन आर्थिक विकास सलाहकार आयोग में कार्यरत हैं।

उन्होंने प्रचार के दौरान अपने सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में अनुभव की बदौलत लाउडाउन और वर्जिनिया के निवासियों की अच्छी सेवा करने का वादा किया था। इसके अलावा उन्होंने पब्लिक स्कूल, बंदूक सुरक्षा और गर्भपात अधिकारों की रक्षा जैसे मुद्दों पर भी काम करने की घोषणा की थी।

#usprimaryelection #usdemocratsprimary #indiansprimary #IndianDiaspora #Diaspora #Indian #NewIndiaAbroad #IndiaAbroad