अमेरिका की नागरिकता एवं आप्रवासन सेवा (USCIS) को इस समय बड़ी मात्रा में एच-1बी (H-1B) वीजा बैकलॉग का सामना करना पड़ रहा है। इसे देखते हुए यूएससीआईएस कुछ निश्चित वीजा आवेदनों की प्रक्रिया को दूसरे सर्विस सेंटर में स्थानांतरित कर रही है।
बता दें कि हर साल भारतीय नागरिकों को लगभग 70 फीसदी एच-1बी वीजा प्रदान किए जाते हैं। इनमें से अधिकांश लोग अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों में काम करने वाले होते हैं। इसके बाद भारतीय आईटी सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियों में काम करने वाले लोग आते हैं। यूएससीआईएस ने कहा है कि वर्कलोड को ट्रांसफर करने से हमें उचित तरीके से दाखिल किए गए एच-1बी वीजा आवेदनों के लिए तेजी से रसीद नोटिस जारी करने में मदद मिलेगी।
आप्रवासन एजेंसी ने 16 जून को एलान किया था कि वर्मोंट सर्विस सेंटर (VSC) में लंबित कुछ निश्चित आवेदनों और वित्त वर्ष 2023 एच-1बी कैप याचिकाओं को कैलिफोर्निया सर्विस सेंटर (CSC) स्थानांतरित किया जा रहा है। यहां डाटा एंट्री और न्यायिक निर्णय का काम किया जाएगा।
एजेंसी ने आवेदकों को यह सलाह भी दी है कि वह सीएससी को स्थानांतरित किए गए मामलों की प्रक्रिया पूरी किए जाने के लिए समय प्रदान करें। इस चिंता के चलते दोबारा आवेदन दाखिल न करें कि आपका पिछला आवेदन पहुंचा नहीं या कहीं खो गया है। यूएससीआईएस ने कहा कि अगर आपकी याचिका ट्रांसफर होती है तो आपको ट्रांसफर नोटिस नहीं मिलेगी। जैसे ही आपकी याचिका पर काम पूरा हो जाता है आपको एक रसीद नोटिस मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि एच-1बी वीजा के लिए लॉटरी पिछले महीने संपन्न हुई थी। इसके बाद चयनित आवेदकों के लिए इस साल एक अक्तूबर से अमेरिका में काम शुरू करने के योग्य होने के लिए अपना आवेदन जमा करना जरूरी था। इनमें से कई याचिकाएं वीजा विस्तार को लेकर भी थीं। इसमें असफल रहने पर आवेदक अमेरिका में काम करने की योग्यता भी खो बैठता है।