अमेरिकी सरकार की ओर से वित्त पोषित एनजीओ 'फ्रीडम हाउस' (Freedom House) ने एक लोकतंत्र और स्वतंत्र समाज के तौर पर राजनीतिक स्वतंत्रता को लेकर भारत की स्थिति को एक बार फिर 'आंशिक स्वतंत्र' बताया है। फ्रीडम हाउस दुनिया भर में राजनीतिक स्वतंत्रता पर अध्ययन करता है। वैश्विक राजनीतिक अधिकारों और स्वतंत्रता पर इसकी ताजा वार्षिक रिपोर्ट को 'दुनिया में स्वतंत्रता 2022: सत्तावादी शासन का वैश्विक विस्तार' (Freedom in the World 2022: The Global Expansion of Authoritarian Rule) नाम दिया गया है।

इसमें कहा गया है कि ब्राजील से लेकर भारत तक नेताओं ने कई तरह की अलोकतांत्रिक कार्रवाई की है या करने की धमकी दी है। इसके परिणामस्वरूप लोकतंत्रों के बीच साझा मूल्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर हुए हैं। फ्रीडम हाउस के अध्यक्ष माइक अब्रामोवित्ज ने एक ट्वीट में कहा कि लगातार 16वें साल लोकतंत्र कमजोर हुआ है। पांच में से केवल एक व्यक्ति स्वतंत्र देश में रहा है और तानाशाह लोकतंत्र को समाप्त करने के लिए गठजोड़ कर रहे हैं। उन्होंने इस रिपोर्ट को उन लोगों के लिए एक अलार्म बताया जो लोकतंत्र के समर्थक हैं।