टाटा समूह ने एयर इंडिया के अधिग्रहण के बाद इसके ऑपरेशन को कायाकल्प करने के लिए तुर्की के कारोबारी इल्कर आयसी का चयन किया था। इधर ये फैसला हुआ और उधर भारत के गृह मंत्रालय ने आयसी की बैकग्राउंड वैरीफिकेशन कराना शुरू कर दिया। मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सरकार ये जांच खुफिया एजेंसियों से कराएगी। अब सवाल ये कि आखिर इतनी भारी भरकम जांच की जरूरत क्यों पड़ रही है?

नया मामला तुर्की के इस प्रवासी नागरिक की नियुक्ति व सरकारी मंजूरी को लेकर है। आयसी ने तुर्की के राष्ट्रपति तईप एर्दोगन के सलाहकार के रूप में भी काम किया है जिन्हें पाकिस्तान का सहयोगी माना जाता है। टाटा समूह ने 15 फरवरी को आयसी को एयर इंडिया का नया सीईओ घोषित किया था। ऐसे में अब यह सरकार पर निर्भर करता है कि वह देश का गौरव रहे एयर इंडिया के नए सीईओ की जांच किस तरह से करते हैं।