किंग चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक में सभी धर्मों के प्रतिनिधि शामिल होंगे
लंदन में हाउस ऑफ कॉमन्स के पास वेस्टमिनिस्टर एबे में 6 मई को ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय और क्वीन कैमिला के राज्याभिषेक समारोह का आयोजन किया जा रहा है। समारोह में सभी धर्मों के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है। ईसाई धार्मिक समारोह वाले समारोह में सभी धर्मों के लोगों को शामिल कर उनमें विश्वास का संदेश देने की एक कोशिश है। हाउस ऑफ लॉर्ड्स में पगड़ी पहनने वाले पहले सदस्य इंदरजीत सिंह सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करेंगे।
For the first time, peers from different faiths Muslim, Hindu, Sikh and Jewish will form a part of the procession during the Coronation ceremony of King Charles.
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) April 24, 2023
The British Government has named 90 years’s old, Lord Indarjit Singh to represent the Sikh community. It is to the… pic.twitter.com/NeMZsEAHoU
किंग चार्ल्स तृतीय इंग्लैंड के चर्च के प्रमुख के रूप में भी सेवा कर रहे हैं। यह पहली बार है कि विभिन्न धर्मों के साथी राज्याभिषेक समारोह के दौरान जुलूस का हिस्सा होंगे। 90 वर्षीय इंदरजीत सिंह के अलावा हाउस ऑफ लॉर्ड्स के 84 वर्षीय सदस्य नरेंद्र बाबूभाई पटेल हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करेंगे। इनके अलावा लॉर्ड कमाल मुस्लिम समुदाय और यहूदियों का प्रतिनिधित्व बैरोनीस मेररॉन द्वारा किया जाएगा। हाउस ऑफ लॉर्ड्स यूनाइटेड किंगडम की संसद का ऊपरी सदन है।
Lord Indarjit Singh to represent the Sikh community on King Charles III coronation#LordIndarjitSingh #KingCharles #QueenElizabeth #PrinceofWalesCharles pic.twitter.com/aYaxLANNSj
— Sikh News Express (@SikhNewsExpress) April 25, 2023
पूर्व सांसद तरलोचन सिंह ने एक बयान में कहा कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में लॉर्ड इंदरजीत सिंह ने सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स चार्ल्स के बेटे की शादी में भी भाग लिया था। तरलोचन सिंह ने कहा कि सिख समुदाय ने सभी धर्मों को समान दर्जा देने के किंग चार्ल्स के फैसले की सराहना की है। हमें खुशी है कि ब्रिटेन सरकार ने इंदरजीत सिंह को सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करने के लिए नामित किया है।
Celebrations will be spread across a three-day weekend across the U.K. TIME runs you through the itinerary https://t.co/X9APji3Emx
— TIME (@TIME) April 25, 2023
तरलोचन सिंह ने कहा कि किंग चार्ल्स जो उस समय प्रिंस ऑफ वेल्स थे, ने अपनी पहली भारत यात्रा के दौरान अमृतसर में स्वर्ण मंदिर का दौरा किया था। उन्होंने अपनी दूसरी भारत यात्रा के दौरान दिल्ली स्थित बंगला साहिब में भी मत्था टेका था। वर्ष 1997 में महारानी एलिजाबेथ स्वर्ण मंदिर अमृतसर गईं थीं।
Westminster Abbey is now closed to the public ahead of the #Coronation.
— Coronation News & Updates (@Coronation2023) April 24, 2023
It shut its doors this evening. The Abbey is now being prepared for the crowning of King Charles III and Queen Camilla on May 6 2023.
The Abbey reopens to the public on May 8 2023. pic.twitter.com/BTmjaVMIXH
ब्रिटेन के शाही परिवार ने एक ट्वीट में कहा, राज्याभिषेक की सुबह महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की हीरक जयंती के लिए 2012 में बनाए गए डायमंड जुबली स्टेट कोच में द किंग्स जुलूस में बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर एब्बे तक जाएंगे।