एक लंबे इंतजार के बाद भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन एयर इंडिया अब टाटा ग्रुप का दोबारा से हिस्सा बन गई है। सरकार और टाटा ग्रुप के बीच सभी समझौते और औपचारिकताएं आज पूरी हो गईं। इस दिन का इंतजार टाटा ग्रुप को 69 साल से था। विशेष बात यह है कि जिस दिन टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया की बिड जीती थी, उस दिन टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने एक इमोशनल नोट लिखकर कहा था कि आज जेआरडी टाटा अगर हमारे बीच होते तो उन्हें बेहद खुशी होती। उन्होंने नोट में आगे लिखा था कि जेआरडी टाटा के नेतृत्व में एयर इंडिया ने एक समय में दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित एयरलाइनों में अपनी जगह बनाई थी। टाटा ग्रुप के पास अब मौका है कि वह उसी छवि और प्रतिष्ठा को दोबारा से बनाए।
The strategic disinvestment transaction of Air India successfully concluded today with transfer of 100% shares of Air India to M/s Talace Pvt Ltd along with management control. A new Board, led by the Strategic Partner, takes charge of Air India. pic.twitter.com/wd5ZcUFomI
— Secretary, DIPAM (@SecyDIPAM) January 27, 2022
आज एयर इंडिया के टाटा ग्रुप में शामिल होने के बाद टाटा संस के चेयमैन ए चंद्रशेखरन ने कहा कि हम एयर इंडिया के टाटा ग्रुप में वापसी को लेकर बेहद खुश हैं। हम एयर इंडिया को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए सभी का सहयोग चाहते हैं। वहीं दूसरी ओर निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने कहा कि औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया पूरा हुई। शेयरों को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को स्थानांतरित कर दिया गया है जो एयर इंडिया का नया मालिक है।