दुनिया की शीर्ष क्षेत्रीय मूल्यांकन कंसल्टेंसी ब्रांड फाइनेंस (Brand Finance) के अनुसार टाटा समूह भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड (1861 अरब 33 करोड़ 56 लाख रुपये) बना हुआ है। समूह की सबसे पुरानी कंपनी ताज होटल्स भारत में सबसे मजबूत ब्रांड के तौर पर उभरा है। कंसल्टेंसी ब्रांड फाइनेंस यूनाइटेड किंगडम (UK) की कंपनी है।
टाटा समूह के बाद इन्फोसिस भारत का दूसरा सबसे मूल्यवान ब्रांड (1008 अरब 22 करोड़ 34 लाख 50 हजार रुपये) है। इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक (SBI) दक्षिण एशिया में सबसे मूल्यवान बैंक ब्रांड है। साल 2022 के लिए ब्रांड फाइनेंस की शीर्ष 10 भारतीय ब्रांड की सूची के अनुसार तीसरे स्थान पर एलआईसी (853 अरब 11 करोड़ 21 लाख 50 हजार रुपये), चौथे पर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (666 अरब 97 करोड़ 85 लाख 90 हजार रुपये) और पांचवें स्थान पर एयरटेल (597 अरब 17 करोड़ 85 लाख पांच हजार रुपये) है।
छठे स्थान पर पर एसबीआई (581 अरब 66 करोड़ 73 लाख 75 हजार रुपये), सातवें पर एचडीएफसी (HDFC) बैंक (535 अरब 13 करोड़ 39 लाख 85 हजार रुपये), आठवें पर विप्रो (496 अरब 35 करोड़ 61 लाख 60 हजार रुपये और नौवें पर महिंद्रा व 10वें पर एचसीएल (दोनों 473 अरब आठ करोड़ 94 लाख 65 हजार रुपये) है।
ब्रांड फाइनेंस ने एक बयान में कहा कि टाटा समूह भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड बना हुआ है। इसकी ब्रांड वैल्यू में 12 फीसदी (1861 अरब 33 करोड़ 56 लाख रुपये) का इजाफा हुआ है। ब्रांड ने अपनी रणनीतिक कारोबारी और नेतृत्व पहलों को अपनी गतिविधियों से पूरी दुनिया में मजबूत किया है।
इसके अलावा कंपनी की ओर से जारी 10 सबसे मजबूत ब्रांड की सूची में पहला स्थान ताज होटल को मिला है। वहीं दूसरे स्थान पर एचडीएफसी बैंक, तीसरे पर जियो, चौथे पर अमूल, पांचवें पर एलआईसी, छठे पर एमआरएफ, सातवें पर ब्रिटानिया, आठवें पर तनिश्क, नौवें पर एयरटेल और 10वें स्थान पर मारुति सुजुकी को रखा गया है।