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भारत में MBBS दाखिलों में NRI कोटे पर कैंची, कई कॉलेजों में अब बस 3 सीटें

चेन्नई के सविता मेडिकल कॉलेज, सलेम के विनायक मिशन मेडिकल कॉलेज और पुडुचेरी के अरूपादी वीदू मेडिकल कॉलेज ने राउंड 1 में एनआरआई कोटे की सीटों को सामान्य श्रेणी में तब्दील कर दिया है।

Photo by Irwan iwe / Unsplash

भारत में तमिलनाडु और पुडुचेरी की कम से कम चार डीम्ड यूनिवर्सिटी ने एमबीबीएस सीटों में एनआरआई कोटा पर कैंची चलाई है। उन्होंने इसे जनरल कैटिगरी की सीटों में बदल दिया है। कुछ अन्य विश्वविद्यालयों ने एनआरआई कोटा में भारी कटौती करते हुए महज तीन सीटों तक सीमित कर दिया है।

Photo captured during office hours of a company in Brazil.
तमाम प्रयासों के बावजूद कई कॉलेजों में एनआरआई सीटें नहीं भर पा रही थीं। Photo by Lucas Vasques / Unsplash

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनआरआई एमबीबीएस सीट के लिए सालाना 50 हजार से 60 हजार अमेरिकी डॉलर (41-49 लाख रुपये) का खर्च बैठता था जो सामान्य सीटों के 18-26 लाख रुपये से बहुत ज्यादा है। तमाम प्रयासों के बावजूद कई कॉलेजों में एनआरआई सीटें नहीं भर पा रही थीं। ऐसे में कॉलेजों ने कोटे में कटौती कर दी है और कई कॉलेज इसकी तैयारी कर रहे हैं।

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