भारत में तमिलनाडु और पुडुचेरी की कम से कम चार डीम्ड यूनिवर्सिटी ने एमबीबीएस सीटों में एनआरआई कोटा पर कैंची चलाई है। उन्होंने इसे जनरल कैटिगरी की सीटों में बदल दिया है। कुछ अन्य विश्वविद्यालयों ने एनआरआई कोटा में भारी कटौती करते हुए महज तीन सीटों तक सीमित कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनआरआई एमबीबीएस सीट के लिए सालाना 50 हजार से 60 हजार अमेरिकी डॉलर (41-49 लाख रुपये) का खर्च बैठता था जो सामान्य सीटों के 18-26 लाख रुपये से बहुत ज्यादा है। तमाम प्रयासों के बावजूद कई कॉलेजों में एनआरआई सीटें नहीं भर पा रही थीं। ऐसे में कॉलेजों ने कोटे में कटौती कर दी है और कई कॉलेज इसकी तैयारी कर रहे हैं।