ब्रिटेन की राजनीति में हलचल है और दुनिया की इस पर नजर है। बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद देश के सर्वोच्च पद के दावेदारों पर चर्चा हो रही है। इससे पहले कि बोरिस जॉनसन कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के रूप में अपना इस्तीफा भाषण देने के लिए 10 डाउनिंग स्ट्रीट से कदमताल करते और पार्टी के नेता एवं एक नए ब्रिटिश प्रधानमंत्री के लिए नेतृत्व की दौड़ शुरू होती कम से कम एक भारतीय मूल का उम्मीदवार पहले से ही खड़ा था। नाम है सुएला ब्रेवरमैन।
सुएला भारत में गोवा मूल की हैं। इस समय ब्रिटेन कैबिनेट में एटॉर्नी जनरल हैं। सुएला संसद के शुरुआती टोरी सदस्यों में से हैं। सुएला ने सर्वोच्च पद के लिए अपने नाम की घोषणा स्वयं की। हालांकि प्रधानमंत्री पद की इस दौड़ में भारतीय मूल के उनके अन्य सहयोगी रहे कैबिनेट मंत्री ऋषि सुनक और गृह सचिव प्रीति पटेल को भी देखा जा रहा है। इन्होंने बीते दिनों सरकार से अपना इस्तीफा दे दिया था।
42 वर्षीय बैरिस्टर और सरकार की सबसे वरिष्ठ कानूनी अधिकारी सुएला को उनकी पार्टी के ब्रेक्सिट (Brexit) समर्थक समूह से समर्थन मिलने की संभावना है। सुएला ने अपनी दावेदारी का एक आधार 2019 के घोषणापत्र को भी बनाया है। उनका कहना है कि मैं खुद को इसलिए आगे रख रही हूं क्योंकि मुझे 2019 का घोषणापत्र उद्देश्य के उपयुक्त लगता है। यह देश के लिए एक साहसिक और प्रेरक दृष्टि प्रस्तुत करता है और मैं उस घोषणापत्र में निहित वादों को पूरा करना चाहती हूं। मैं Brexit के अवसरों के साथ लंबित मुद्दों को सुलझाते हुए करों में कटौती का विचार रखती हूं।
वहीं, दि डेली टेलीग्राफ में छपे टोरी पार्टी के सदस्यों के नए YouGov सर्वे में ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वालेस अगले प्रधानमंत्री बनने वालों की दौड़ में सबसे आगे दिखे। अब पार्टी की 1922 समिति टोरी नेतृत्व के लिए समय सारिणी निर्धारित करने के लिए जिम्मेदार है। सर्वे बताता है कि अगर वालेस चुनाव की ओर बढ़ते हैं तो मजबूत स्थिति में होंगे। दूसरी ओर सुनक भले ही जॉनसन के उत्तराधिकारी के रूप में देखे जाते रहे हैं लेकिन महामारी के दौरान उनके कड़े आर्थिक फैसलों से जनता का मन कुछ खट्टा तो हुआ है।