अध्यात्म गुरु श्री श्री रविशंकर और आचार्य डॉ. लोकेश ने संयुक्त रूप से अमेरिका के शिकागो में जैन सोसाइटी ऑफ मेट्रोपॉलिटन शिकागो के जैन मंदिर के तीन दिवसीय जयंती समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर जैन समाज की कई महान हस्तियां, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षाविद, चिकित्सक, उद्योगपति भी उपस्थित थे।

आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि भारतीय इतिहास में जैन परंपरा का बहुत योगदान है। श्री श्री ने कहा कि जैन परंपरा और जैन समुदाय ने हमेशा भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को अहिंसा, शाकाहार का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि अगर दुनिया में हर कोई इन्हें समझता है तो किसी भी तरह की धार्मिक कट्टरता नहीं हो सकती है। जैन धर्म समाज सेवा और समाज के लिए सामाजिक कार्यों में हमेशा आगे रहता है।
वहीं अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक विश्व शांति दूत आचार्य डॉ. लोकेशजी ने कहा कि भगवान महावीर के अहिंसा, शांति और सद्भाव के दर्शन की वर्तमान समय में अधिक आवश्यकता और प्रासंगिकता है। भगवान महावीर के सिद्धांत वैज्ञानिक दृष्टि से भी मान्य हैं। भगवान महावीर के बताए मार्ग पर चलकर हम स्वस्थ, समृद्ध और सुखी समाज का निर्माण कर सकते हैं। आचार्यश्री ने कहा कि यह पूरे शिकागो जैन संघ के लिए एक खुशी का क्षण है कि श्री श्री रविशंकर, आध्यात्मिक अभ्यास के महान पारखी शिकागो जैन मंदिर के जयंती समारोह में शामिल हुए हैं।
जैन मंदिर के जयंती समारोह के अवसर पर विधिकार संकित भाई ने अपने विचार व्यक्त किए तो वहीं जैन सोसाइटी ऑफ मेट्रोपॉलिटन शिकागो के अध्यक्ष तेजस शाह और अध्यक्ष पीयूष गांधी ने जैन मंदिर शिकागो के परिसर में श्री श्री रविशंकर और आचार्य डॉ. लोकेशजी का स्वागत किया।