श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने आश्वासन दिया है कि भारतीय मूल के तमिल समुदाय को देश में अन्य समुदायों की तरह ही समान सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने वादा किया कि यह देखने के लिए एक समिति नियुक्त की जाएगी कि भारतीय मूल के तमिलों को श्रीलंकाई समुदाय में एकीकृत करने का सबसे अच्छा रास्ता कौन सा है।
People of #India continue to stand with their brothers and sisters of #SriLanka. Humanitarian consignment by Government of #Puducherry was handed over to H.E President @RW_UNP today by CWC leaders @JeevanThondaman and @senthilTho in presence of (1/2) pic.twitter.com/Vh6MN7cpZa
— India in Sri Lanka (@IndiainSL) October 30, 2022
विक्रमसिंघे ने यह बात रविवार को कोलंबो में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही। यहां वह भारत के केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी और भारत के लोगों द्वारा भेजी गई मेडिकल खेप को स्वीकार करने आए थे। यह खेप भारतीय मूल के तमिलों का प्रतिनिधित्व करने वाली सीलोन वर्कर्स कांग्रेस (CWC) के अनुरोध पर भेजी गई है।