खाड़ी देशों की घरेलू नीतियों के कारण कई प्रवासी भारतीयों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है, जिसके बाद उनके पास स्वदेश लौटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा। यहां आकर भी चिंता मुंह बाए खड़ी है कि आखिर घर कैसे चलाया जाए, क्योंकि आर्थिक कमी के अभाव में ही वह देश से दूर काम करने गए थे। इनमें से कई मलयाली भी शामिल हैं। अपने राज्य के लोगों को दोबारा खड़ा करने के लिए केरल राज्य ने उन्हें कौशल विकास कार्यक्रम से जोड़ने का फैसला किया ताकि उनका प्रदेश में पुनर्वास किया जा सके। एक अनुमान के मुताबिक अलग-अलग देशों में लगभग 40 लाख मलयाली रहते हैं जिनका जीवन कोरोना के बाद आई मंदी के कारण भी प्रभावित हुआ है।
गल्फ में गई नौकरी, हाथ थामने आई यह स्कीम
विदेश में नौकरी गंवाकर स्वेदश लौट चुके मलयाली लोगों को केरल सरकार स्किल डेवलपमेंट योजना से जोड़ रही है ताकि उन्हें स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।