अमेरिका में मारे गए सिख के परिवार को आज भी है 'मिट्टी' से एक मलाल...

बात चाहे किसी दुश्मन की मौत की ही क्यों न हो... मौत तो मौत होती है। खुश नहीं होना चाहिए। उसने जो किया उसे उसकी सजा मिल गई.., अपने भाई के हत्यारे को मिली सजा-ए-मौत पर यह कहती हैं हैरिस काउंटी के डिप्टी शेरिफ संदीप सिंह धालीवाल की मृदुभाषी बहन हरप्रीत के राय। संदीप की सितंबर, 2019 में हत्या कर दी गई थी।

धालीवाल (42) के परिवार में उनके उम्रदराज पिता हैं। पत्नी और तीन बच्चे हैं। 

टेक्सास में पहले पगड़ीधारी भारतीय-अमेरिकी सिख पुलिस अधिकारी संदीप धालीवाल की दिन-दहाड़े एक ट्रैफिक स्टॉप का संचालन करते हुए हत्या कर दी गई थी। उसके हत्यारे रोबर्ट सोलिस (50) को हैरिस काउंटी कोर्ट ने 26 अक्तूबर को मौत की सजा सुनाई है। भाई के हत्यारे को मिली सजा पर हरप्रीत कहती हैं कि जो कुछ हुआ वह पानी की तरह साफ था। हमने बाबाजी से अरदास की थी कि आपको जो ठीक लगे वह करो। हम लोग किसी का बुरा नहीं चाहते। दो ही रास्ते थे। पहला- बिना परोल के उम्र कैद और दूसरा मृत्युदंड। वाहे गुरु ने खुद ही उसको सजा दे दी।