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अफगानिस्तान से लौटे सिखों ने सुनाई तालिबान के आतंक की दास्तां

अफगानिस्तान में अब भी 30-35 लोग फंसे हुए हैं। इससे पहले 14 जुलाई को एक बच्चे समेत 21 अफगान सिखों को काबुल से भारत लाया गया था। जानकारी के अनुसार वर्ष 2020 में करीब 700 हिंदू और सिख अफगानिस्तान में थे मगर 15 अगस्त 2021 को तालिबान के सत्ता संभालने के बाद अधिकांश ने मुल्क छोड़ दिया था।

अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान को काबिज हुए एक साल, एक महीना हो चुका है। बस, तब से ही वहां के मूल निवासी तो मुसीबत में हैं ही, दूसरे देशों के फसे हुए लोग भी मारे-मारे फिर रहे हैं और किसी तरह अपने वतन लौटने की जद्दोजहद में हैं।

भारत सरकार के प्रयास के बाद अफगानिस्तान में फंसे 55 सिखों को विशेष विमान से रविवार को भारत लाया गया।

अपने-अपने नागरिकों को संकटग्रस्त अफगानिस्तान से निकालने में तमाम सरकारें भी जुटी हैं और संगठन-संस्थाएं भी प्रयासरत हैं। भारत सरकार के ऐसे ही एक प्रयास के बाद अफगानिस्तान में फंसे अल्पसंख्यक समुदाय के 55 सिखों को विशेष विमान से रविवार को भारत लाया गया। भारत आने पर सब ने राहत की सांस ली और अफगान में पसरे तालिबानी आतंक और अत्याचार का दर्द बयां किया।

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