तपेदिक यानी टीबी (क्षयरोग) को भारत में एक बड़ी बीमारी माना जाता है। इसके मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। हालिया इंडिया टीबी रिपोर्ट 2022 के मुताबिक भारत में वर्ष 2021 के दौरान टीबी के मरीजों में पिछले साल की तुलना में 19 फीसदी का इजाफा देखा गया है। लगभग 30 प्रतिशत आबादी के शरीर में टीबी के बैक्टीरिया पहले से ही मौजूद हैं। ऐसे में इसके टीके के रूप में उम्मीद की एक किरण नजर आई है। अधिकारियों को उम्मीद है कि एक साल के अंदर टीबी का टीका सभी के लिए उपलब्ध हो सकता है।

मीडिया रिपोर्ट्स में सरकारी सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया रिकॉम्बिनेंट बीसीजी (rBCG) का टीका तैयार करने के करीब है। इन दिनों इस वैक्सीन के तीसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण चल रहा है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) छह साल या उससे कम उम्र के 12,000 प्रतिभागियों पर rBCG वैक्सीन के तीसरे चरण का क्लिनिकल परीक्षण कर रहा है।