भारत की एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया का नारा है 'योर प्लेस इन द स्काई' जिसका अर्थ है आकाश में आपके लिए स्थान। जिसका मतलब साफ है कि एयरलाइंस आपको सीट देने के लिए प्रतिबद्ध है। बावजूद इसके बीते दिनों एयर इंडिया ने इस नारे के खिलाफ जाते हुए सैन फ्रांसिस्को में एक भारतीय मूल की बुजुर्ग महिला को प्लेन से यह कहकर उतार दिया कि उनके पास सीट उपलब्ध नहीं है।

पूरा किस्सा यह है कि अमेरिकी नागरिक और भारतीय मूल की 85 वर्षीय कमानी भंडारी को एयर इंडिया ने 15 नवंबर की रात प्लेन से उतार दिया और कहा कि उनके लिए कोई सीट उपलब्ध नहीं है। बिजनेस क्लास में महिला के पास कंफर्म सीट नंबर 9एफ थी। कमानी भंडारी को एयर इंडिया की फ्लाइट AI184 से सैन फ्रांसिस्को से नई दिल्ली जाना था, जिसके बाद वह जोधपुर के लिए अगली फ्लाइट लेतीं। उनकी सैन फ्रांसिस्को से फ्लाइट रात 8.30 बजे की थी।

मिली जानकारी के अनुसार चेक-इन के बाद और बिजनेस क्लास सीट 9एफ के साथ एक बोर्डिंग पास मिलने के बाद सुरक्षा जांच से निकलते हुए उन्हें बोर्डिंग गेट तक ले जाया गया। उन्हें कोरोना किट यानी फेस शील्ड और पीपीई किट भी दी गई। प्लेन में चढ़ाया भी गया। हालांकि कुछ ही देर में एक बोर्डिंग मैनेजर ने कमानी भंडारी को प्लेन से उतरवा दिया और कहा कि उनकी सीट अनुपयोगी है और ओवर-बुकिंग के कारण प्लेन में उनके लिए कोई वैकल्पिक सीट नहीं है। इसके बाद कमानी भंडारी को लॉबी में ले जाया गया जहां उनका सामान उन्हें सौंप दिया गया। कमानी को एयरपोर्ट छोड़ने के लिए कमानी के साथ उनके बेटे और राजस्थान एसोसिएशन आफ नॉर्थ अमेरिका के पूर्व अध्यक्ष संजय भंडारी आए थे। कमानी ने उन्हें वापस एयरपोर्ट बुलाया, जिसके बाद संजय भंडारी उन्हें वापस घर ले गए। घर पहुंचने के बाद संजय ने अमेरिका में अप्रवासियों के कम्युनिटी लीडर प्रेम भंडारी को सूचित किया।