न्यू ब्रंसविक स्थित रटगर्स यूनिवर्सिटी (न्यू जर्सी, अमेरिका) के चार छात्रों को गणित, विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए गोल्डवाटर स्कॉलर्स नामित किया गया है। इनमें से दो छात्र भारतीय मूल के हैं। यूनिवर्सिटी ने बीती सात अप्रैल में इसकी घोषणा की थी। चारों छात्र मस्कुलर डिस्ट्रॉफी जैसी गंभीर बीमारियों की रफ्तार धीमी करने के लिए बायोइनफॉर्मेटिक्स पर रिसर्च कर रहे हैं।
यह सम्मान पाने वाले छात्र ईश गुप्ता, सोहेब हसन, एंड्रयू श्वार्ट्ज और जूलिया श्नाइडमैन हैं। यूनिवर्सिटी की चांसलर और प्रोवोस्ट फ्रांसीन कॉन्वे ने कहा कि ये छात्र अपना जो भी करियर चुनेंगे निश्चित तौर पर दुनिया में बदलाव लाएंगे। उन्होंने कहा कि गोल्डवाटर स्कॉलर्स के तौर पर उनका चयन इन चारों छात्रों के लिए और हमारे संस्थान के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।

रटगर्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी बयान के अनुसार ये छात्र ऐसे कंप्यूटर विकसित कर रहे हैं जो क्वांटम कंप्यूटिंग के माध्यम से पारंपरिक तरीकों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा वह ज्यामितीय वस्तुओं का विश्लेषण करने के लिए टोपोलॉजी जैसी सैद्धांतिक गणित का इस्तेमाल कर रहे हैं और ब्रह्मांड को बेहतर ढंग से समझने के लिए न्यूट्रिनो कणों का अध्ययन भी कर रहे है।
गोल्डवाटर स्कॉलरशिप उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले स्नातक छात्रों को दी जाती है ताकि उन्हें गणित, प्राकृतिक विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने में मदद मिल सके। रटगर्स यूनिवर्सिटी के ये चारों छात्र स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज में अध्ययनरत हैं। बता दें कि इस स्कॉलरशिप के तहत चयनित किए गए छात्रों को 7500 डॉलर (लगभग 5.70 लाख रुपये) की राशि दी जाती है।
इस साल 544 शिक्षण संस्थानों की ओर से नामित 1242 से अधिक कॉलेजों के समूह में से 417 छात्रों को यह स्कॉलरशिप दी गई है। न्यू ब्रंसविक की रटगर्स यूनिवर्सिटी के सबसे ज्यादा छात्रों को यह स्कॉलरशिप मिली है। इससे पहले साल 2015 में यह स्कॉलरशिप प्राप्त करने वाले सबसे ज्यादा छात्र इसी यूनिवर्सिटी के थे। इसे लेकर यूनिवर्सिटी ने इन चारों छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।