Skip to content

भारत-रूस का दोस्ताना अब हवाई क्षेत्र में भी होगा मजबूत, बढ़ेंगी उड़ानें

प्रस्तावित समझौते के तहत रूस से भारत के लिए सप्ताह में 64 उड़ानें संचालित की जाएंगी। अभी 52 फ्लाइट्स भारत जाती हैं। इस समझौते को कागजों पर उतारने के प्रयास चल रहे हैं। समझौते के तहत रूसी वाहक भारत में छह स्थानों के लिए उड़ान संचालित कर सकते हैं।

भारत और रूस के बीच आना-जाना अब और आसान होने वाला है। जल्द ही दोनों देशों के बीच अधिक साप्ताहिक उड़ानें संचालित करने के लिए द्विपक्षीय हवाई सेवा समझौते को अपग्रेड किया जाएगा। प्रस्तावित समझौते के तहत रूस से भारत के लिए सप्ताह में 64 उड़ानें संचालित की जाएंगी। अभी 52 फ्लाइट्स भारत जाती हैं। इस समझौते को कागजों पर उतारने के प्रयास चल रहे हैं।

यूक्रेन युद्ध की वजह से रूस में बनी स्थितियों के कारण वर्तमान में एअरोफ़्लोट भारत के लिए सात साप्ताहिक उड़ानें संचालित करता है लेकिन कोई भी भारतीय एयरलाइन फिलहाल रूस के लिए विमान सेवा उपलब्ध नहीं कराती। निजीकरण से पहले रूस के लिए केवल एयर इंडिया की ही उड़ान संचालित होती थी।

भारत-रूस द्विपक्षीय हवाई सेवा समझौते के तहत रूसी वाहक भारत में छह स्थानों के लिए उड़ान संचालित कर सकते हैं। ये छह गंतव्य हैं दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, गोवा, अमृतसर और अहमदाबाद। वहीं भारतीय एयरलाइंस को मास्को और सेंट पीटर्सबर्ग सहित रूस में छह गंतव्यों के लिए उड़ान भरने की अनुमति है। भारत के लगभग 116 देशों के साथ द्विपक्षीय हवाई सेवा समझौते हैं।

खबरों के अनुसार भारत में संचालन के लिए मंजूरी प्राप्त अधिकतम साप्ताहिक उड़ानों के कोटे का पूरा उपयोग करने में रूसी एयरलाइंस को कुछ समय लगेगा। पिछले महीने भारत के नागर विमानन सचिव राजीव बंसल के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने इस क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग के लिए मास्को का दौरा किया था। उसी समय हवाई सेवाओं को बढ़ाने का फैसला किया गया था।

तब नागर विमानन मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा था कि 17 फरवरी को बैठक में नागर विमानन क्षेत्र में सहयोग पर एक प्रोटोकॉल को भी औपचारिक रूप दिया गया। नागर विमानन में सहयोग पर भारत-रूस उप-समूह के नौवें सत्र का हिस्सा रही इस बैठक की अध्यक्षता बंसल और रूस के परिवहन उपमंत्री इगोर चालिक ने की थी।

Comments

Latest