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अलर्ट: क्रिप्टो क्राइम ने बढ़ाईं अमेरिका की मुसीबतें, बचाव के लिए ये हो रहा है

एफबीआई तब हरकत में आई जब उसे पता चला कि स्काई माविस डेवलेपर समूह के स्वामित्व वाले रोनिन नेटवर्क से उत्तर कोरिया के हैकर ग्रुप लेजारस ने 625 मिलियन डॉलर की चोरी की है। तब से ही क्रिप्टो करंसी से जुड़े अपराध सुर्खियों में रहे हैं।

Photo by Viktor Forgacs / Unsplash

क्रिप्टो क्राइम ने अमेरिका को भी पस्त कर दिया है। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी गतिविधियों में क्रिप्टो करंसी का खूब इस्तेमाल हो रहा है और इसीलिए यह दुनिभर की सरकारों की चिंता का सबब है। इसीलिए अमेरिका के न्याय विभाग ने ऐलान किया है कि एफबीआई हुनरमंद लोगों की एक टीम तैयार कर रहा है, ताकि क्रिप्टो क्राइम पर काबू पाया जा सके। कोविड महामारी के दौरान क्रिप्टो क्राइम में खासी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

एफबीआई ने बताया कि बुजुर्गों समेत हर उम्र के लोग क्रिप्टो करंसी के माध्यम से की जाने वाली धोखाधड़ी योजनाओं का शिकार होते हैं। वजह यह है कि वक्त के साथ-सात क्रिप्टो करंसी की तकनीक में विकास हुआ है। इस मुद्रा की लोकप्रियता को देखते हुए अधिकाधिक कारोबारी इसके जरिये भुगतान करने को स्वीकार कर रहे हैं।

दरअसल एफबीआई तब हरकत में आई जब उसे पता चला कि स्काई माविस डेवलेपर समूह के स्वामित्व वाले रोनिन नेटवर्क से उत्तर कोरिया के हैकर ग्रुप लेजारस ने 625 मिलियन डॉलर की चोरी की है। तब से ही क्रिप्टो करंसी से जुड़े अपराध सुर्खियों में रहे हैं। एफबीआई की मोस्ट वांटेड लिस्ट में क्रिप्टो क्वीन रूजा इगालाटोवा शामिल है जो कि फरार चल रहा है।  

साल 2021 में क्रिप्टो करंसी से जुड़े अपराधों में नाटकीय तरीके से बढ़ोतरी हुई जिसके चलते सरकारों को करीब 3 ट्रिलियन डॉलर के क्रिप्टो मार्केट पूंजीकरण को नियंत्रित करने के लिए एक तंत्र गठित करने पर विवश होना पड़ा। दरअसल, लंदन की रैगटेक कंपनी कॉइनफर्म ने दुनियाभर में फैले 216 क्रिप्टो एक्सचेंज में किए गए एक अध्ययन में पाया कि उनमें से 14 प्रतिशत में कारोबारियों को लाइसेंस नियामकों ने ही प्रदान किया है। एक अन्य अध्ययन से पता चला कि  69 प्रतिशत एक्सचेंजों में सीडीडी और केवाईसी के लिए पारदर्शी व्यवस्था ही नहीं है। यही नहीं उनमें से केवल 26 फीसदी एक्सचेंज ने एंटी मनी लॉन्ड्रिंग पद्धति अपनाई।

मार्केट्स इन क्रिप्टो एसेट्स शीर्षक से यूरोपियन कमीशन का एक प्रस्ताव पत्र भी आया जिसमें यूरोपीय बाजार को डिजिटल युग के अनुसार बनाने और उपभोक्ताओं तथा निवेशकों की सुरक्षा के साथ ही बाजार की एकजुटता को लेकर योजनाओं का रेखांकन किया गया। प्रस्ताव पत्र की धारा 76 में बाजार के उन नियमों को परिभाषित किया कारोबारी दुरुपयोग होता है और साथ ही क्रिप्टो सेवा प्रदाताओं को सतर्क रहने के लिए भी कहा गया। हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर के बाजारों में क्रिप्टो लेनदेन खासी उदारता के साथ होता है लेकिन वहां भी निगरानी तंत्र को मजबूत करने की जरूरत आ पड़ी है।

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