लंदन में बसे हिंदुओं के खिलाफ हेट क्राइम की रिपोर्ट कम हो रही हैं दर्ज!
अमेरिका-कनाडा में ही नहीं ब्रिटेन में भी हिंदुओं के खिलाफ हेट क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ब्रिटेन के सिटी हाल में बीते दिनों इस बात पर चिंता व्यक्त भी की गई है कि पुलिस प्रशासन हिंदुओं के खिलाफ हेट क्राइम को नजरअंदाज कर रहा है।
दरअसल वर्तमान में मेट पुलिस विभाग अपराधों को वेबसाइट पर 'हेट क्राइम', 'नस्लवादी और धार्मिक अपराध' और 'आस्था अपराध' के तहत प्रकाशित करता है। हेट क्राइम के मामलों में यहूदियों और मुसलमानों को तो लक्षित किया जाता है लेकिन हिंदुओं या अन्य धार्मिक समूहों के लिए कोई विशेष श्रेणी नहीं दी गई है।
ऐसे में लंदन असेंबली में एक प्रस्ताव पारित किया है जिसमें मेट पुलिस से आह्वान किया गया है कि वह हेट क्राइम की रिपोर्ट में विश्वास कायम करने के लिए स्थानीय हिंदू समुदाय के साथ मिलकर काम करे। इतना ही नहीं यह भी कहा गया है कि मेट पुलिस अपनी वेबसाइट पर पारदर्शिता को बेहतर बनाए ताकि लंदन में रह रहे लोग आसानी से डेटा तक पहुंच सकें और ये जान सकें कि विभिन्न धर्माें के खिलाफ कितने हेट क्राइम के मामले दर्ज हुए हैं।
बता दें कि इस प्रस्ताव को लंदन असेंबली में लेबर पार्टी के सदस्य क्रुपेश हिरानी ने रखा था। हिरानी ने कहा कि मैं होम ऑफिस के आंकड़ों को देखकर चिंतित था जिसमें इंग्लैंड और वेल्स में हिंदुओं के खिलाफ दर्ज किए गए हेट क्राइम के साथ-साथ नस्लीय या धार्मिक रूप से गंभीर अपराधों में वृद्धि साफ दिखाई दे रही थी।
𝐓𝐡𝐞 𝐂𝐫𝐢𝐦𝐞 𝐒𝐮𝐫𝐯𝐞𝐲 𝐟𝐨𝐫 𝐄𝐧𝐠𝐥𝐚𝐧𝐝 𝐚𝐧𝐝 𝐖𝐚𝐥𝐞𝐬 𝐢𝐧𝐝𝐢𝐜𝐚𝐭𝐞𝐬 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐇𝐢𝐧𝐝𝐮 𝐜𝐨𝐦𝐦𝐮𝐧𝐢𝐭𝐲 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐯𝐢𝐜𝐭𝐢𝐦𝐬 𝐨𝐟 𝐡𝐚𝐭𝐞 𝐜𝐫𝐢𝐦𝐞 𝐚𝐭 𝐚 𝐡𝐢𝐠𝐡𝐞𝐫 𝐫𝐚𝐭𝐞 𝐭𝐡𝐚𝐧 𝐢𝐬 𝐛𝐞𝐢𝐧𝐠 𝐫𝐞𝐜𝐨𝐫𝐝𝐞𝐝.
— INSIGHT UK (@INSIGHTUK2) November 8, 2023
Home Office… pic.twitter.com/fxXJRFSvma
उन्होंने आगे कहा कि जब मैंने गर्मियों के आंकड़ों पर ध्यान दिया तो पाया कि नस्लीय और धार्मिक रूप से प्रेरित हेट क्राइम के पीड़ितों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या हिंदुओं की थी। हालांकि मेट पुलिस की वेबसाइट पर धर्म के आधार पर हेट क्राइम के आंकड़ें दर्ज नहीं है। ऐसे में लंदन में रहने वाले हिंदुओं के खिलाफ दर्ज अपराधों की संख्या पता लगा पाना मुश्किल है। जबकि ब्रिटेन के आधे हिंदू लंदन में रहते हैं।
हिरानी ने कहा कि पुलिस रिपोर्ट के प्रति पीड़ितों को और भी अधिक जागरुक करने के लिए मेट पुलिस को समुदाय के साथ विश्वास को दोबारा बनाने की जरूरत है। मालूम हो कि हिरानी असेंबली में ब्रेंट और हैरो का प्रतिनिधित्व करते हैं। हिरानी के प्रस्ताव को विधानसभा के सभी चार राजनीतिक समूहों लेबर, कंजर्वेटिव, ग्रीन और लिबरल डेमोक्रेट से सर्वसम्मति से समर्थन मिला है।