नेटफ्लिक्स की एंथोलॉजी फिल्म 'रे' भारतीय सिनेमा के सर्वश्रेष्ठ डायरेक्टर रहे सत्यजीत रे के शताब्दी वर्ष के मौके पर श्रद्धांजलि है। इस फिल्म को चार छोटे-छोटे हिस्सों को मिलाकर बनाया गया है।
श्रीजीत मुखर्जी, अभिषेक चौबे और वासनबाला ने सत्यजीत रे पर आधारित चार प्रसिद्ध लघु कथाओं का डायरेक्शन किया है।
ये कहानियां पहले भी प्रासंगिक थीं और आज के परिवेश में भी प्रासंगिक हैं। फिल्म में इन सभी को बेहद शानदार अंदाज में दिखाया गया है। सत्यजीत रे अपनी फिल्मों के लिए काफी मशहूर थे, लेकिन भाषाई बाधाओं (लिंग्विस्टिक बैरियर्स) की वजह से उनके लेखन को भारत में कम जाना जाता था।