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कुछ खास है, तभी सांसद राजा ने इन चार एशियाई-अमेरिकी उम्मीदवारों को दिया समर्थन

इलिनॉयस के 51वें जिले से उम्मीदवार भारतीय मूल की नबीला सैयद को लेकर राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि नबीला एक कुशल ऑर्गेनाइजर हैं। उन्होंने अपने पेशेवर करियर के दौरान हमारे स्थानीय समुदायों की आर्थिक व सामाजिक बेहतरी और नागरिक अधिकारों के लिए काफी काम किया है।

भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने इलिनॉयस से सदन के लिए चार एशियाई-अमेरिकी उम्मीदवारों का समर्थन करने का एलान किया है। इन प्रत्याशियों में दो भारतीय-अमेरिकी भी हैं। ये चार उम्मीदवार नबीला सैयद (IL-51), केविन ओलिकल (IL-16), जेनेट यांग रोर (IL-41) और शैरन चुंग (IL-91) हैं।

राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि अमेरिकी संसद में कांग्रेशनल एशियन पैसिफिक कॉकस (CAPAC) का सदस्य होने और पूरी संसद में दक्षिण एशिआई मूल के चार लोगों में से एक होने के नाते मैं एशियाई अमेरिकी और प्रशांत द्वीपीय (AAPI) मूल के कुछ उम्मीदवारों के लिए अपने समर्थन की घोषणा करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं।

इलिनॉयस के 51वें जिले से उम्मीदवार भारतीय मूल की नबीला सैयद को लेकर राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि नबीला एक कुशल ऑर्गेनाइजर हैं। उन्होंने अपने पेशेवर करियर के दौरान हमारे स्थानीय समुदायों की आर्थिक व सामाजिक बेहतरी और नागरिक अधिकारों के लिए काफी काम किया है। उन्होंने कहा कि हमें नबीला की जरूरत है।

राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि नबीला एक कुशल ऑर्गेनाइजर हैं। 

16वें जिले से प्रत्याशी केविन ओलिकल को लेकर राजा ने कहा कि उन्हें समर्थन देकर मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है। केविन ने कामकाजी परिवारों के लिए स्थिति को सुधारने के लिए बेजोड़ प्रतिबद्धता दिखाई है। चाहे छोटे व्यवसायों की कोरोना में मदद करना हो या ये सुनिश्चित करना हो कि सभी निवासियों की सस्ती स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच हो।

प्रतिनिधि जेनेट यांग रोर 41वें जिले से दोबारा खड़ी हो रही हैं। उनको लेकर कृष्णमूर्ति ने कहा कि एक कारोबारी नेता के रूप में अपने अनुभवों से जेनेट ने कामकाजी परिवारों के लिए कर को कम करने, महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा करने और छोटे व्यवसायों पर से भार हटाने का काम किया है। वह एक सही उम्मीदवार हैं।

91वें जिले से प्रत्याशी शैरन चुंग की उम्मीदवारी का समर्थन करते हुए सांसद राजा ने कहा कि शैरन ने मैक्लीन काउंटी बोर्ड में कई वर्षों तक सेवाएं दी हैं। वह सार्वजनिक शिक्षा के लिए फंडिंग की वकालत करती रही हैं जिससे हमारे युवा शिक्षण के क्षेत्र में और सामाजिक व आर्थिक रूप से बेहतर कर सकें और अपना भविष्य संवार सकें।

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