भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेसमैन राजा कृष्णमूर्ति ने कांग्रेसवुमन डेबोरा रॉस, रेप मैरिएनेट मिलर मीक्स और रेप यंग किम के साथ मिलकर अमेरिकन चिल्ड्रन एक्ट विधेयक पेश किया। इस विधेयक से मौजूदा यूएस इमिग्रेशन सिस्टम में कुछ जरूरी बदलाव हो सकते हैं।
आज अमेरिका में दो लाख ऐसे प्रवासी हैं, जिन्हें अमेरिका में रहने के लिए सरकारी दस्तावेजों की जरूरत है। इनमें 70 फीसदी तो भारतीय मूल के ही बच्चे हैं जो डिपोर्ट होने के खतरे का सामना कर रहे हैं।
दरअसल, यह बच्चे अपने माता पिता के साथ एच1 बी जैसे गैर प्रवासी वीजा के साथ अमेरिका आए। जब इनकी उम्र 21 साल हो जाती है, तो यह बच्चे एच-4 जैसे वीजा पर निर्भर नहीं रह सकते। यानी इनका वीजा एफ-1 में बदल दिया जाता है, जोकि फॉरेन स्टूडेंट्स को दिया जाता है। ऐसे में उन्हें अपने होम कंट्री वापस लौटना होता है।