2023 की ACT वुमन ऑफ द ईयर के लिए भारतीय मूल की डॉ. दीप्ति नामित
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल की मशहूर क्लिनिकल हेमेटोलॉजिस्ट और एएनयू मेडिकल स्कूल में प्रोफेसर डॉ. दीप्ति तलौलीकर को 2023 के लिए एसीटी वुमन ऑफ द ईयर अवार्ड में फाइनलिस्ट के तौर पर नामित किया गया है। एसीटी महिला पुरस्कार मार्च 2023 की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह के मौके पर समारोह में प्रदान किए जाएंगे।
Dr Dipti Talaulikar named finalist in 2023 ‘ACT Woman of the Year Award’ @DiptiTalaulikar @DrAmitSarwal @Pallavi_Aus @mspallavisinha @Lisa_Singh @AshaRaoRMIT @VohraManpreet @AusHCIndia @PMOIndia @rishi_suri @SarahLGates1 @ANUMedSchool https://t.co/J5e0aBrnKu
— The Australia Today (@TheAusToday) February 22, 2023
डॉ. दीप्ति तालौलीकर दो दशक पहले ऑस्ट्रेलिया चली गई थीं। उसके बाद वह रोगियों की देखभाल करने और उनके उपचार के लिए समर्पित हो गईं। एसीटी वुमन ऑफ द ईयर अवार्ड कला और मीडिया, शिक्षा, स्वयंसेवा, सामुदायिक वकालत और समावेशन, महिला सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया जाता है।
डॉ. तलौलिकर को ल्यूकेमिया, मायलोमा, लिम्फोमा और मायलो प्रोलिफेरेटिव नियो प्लाज्म जैसे घातक रक्त विकारों के इलाज के लिए नैदानिक अनुभव है। वह मरीजों के उपचार के लिए समर्पित रही हैं। उनका कहना है कि वह दो दशक पहले अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया आईं और कैनबरा स्वास्थ्य सेवाओं और नए एएनयू मेडिकल स्कूल में काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने चिकित्सा विज्ञान के अपने क्षेत्र में कई अनुसंधान किया।
एक रक्त कैंसर डॉ. तलौलिकर ने भारत में चिकित्सा की पढ़ाई की। इस दौरान उन्होंने मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों में समानता को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता फैलाई। डॉ तलौलीकर कहती हैं कि उनकी फैलोशिप और पीएचडी के लिए ऑस्ट्रेलिया में प्रभावशाली कार्यक्रम काफी मददगार रहे।
ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वविद्यालय (एएनयू) में उन्होंने सीएचएस में एक सहयोगी व्याख्याता के रूप में शुरुआत की। हाल में अकादमिक मुख्य प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा, मैंने सीखने के दौरान बहुत आनंद लिया है। इस क्षेत्र में और अधिक व्यापक रूप से ऑस्ट्रेलियाई और वैश्विक समुदाय में योगदान करने के लिए तत्पर हूं। मैं हम सभी के लिए बहुत कुछ हासिल करना चाहती हूं।
एसीटी महिला पुरस्कारों में अपने नामांकन के संदर्भ में डॉ. तलौलीकर ने प्रसन्नता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मैं यहां जागरूकता बढ़ाने, आने वाली पीढ़ियों का समर्थन करने और तेजी से विविध कार्यबल वाले संगठनों तैयार करने में मदद करने के लिए सब कुछ करना चाहती हूं।