जापान के प्रधानमंत्री शनिवार को जब भारत आए तो लग रहा था कि क्वाड गठबंधन रूस के प्रति भारत के रूख पर आवाज उठाएगा। यहां तक की खबर यह भी थी कि ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि वह अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मसले को उठाएंगे लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया ने भारत की संतुलित स्थिति के बारे में अधिक समझदार दृष्टिकोण को अपनाया है।
The stage is set for the Annual Leaders’ Meeting between PMs 🇦🇺 @ScottMorrisonMP & 🇮🇳@narendramodi, who have personally overseen the great transformation of our 🇦🇺-🇮🇳 partnership since the signing of the Comprehensive Strategic Partnership. #dosti https://t.co/J5NhlrlLz3
— Barry O’Farrell AO (@AusHCIndia) March 21, 2022
ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ'फेरेल ने कहा कि क्वाड देशों ने भारत की स्थिति को स्वीकार कर लिया है और यह उनके बीच सहयोग को प्रभावित नहीं करेगा। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री की सोमवार को शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात तय है और इसमें सबसे बड़ा मुद्दा 1,500 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा का है। ऑस्ट्रेलिया चाहता है कि वह अंतरिक्ष, स्वच्छ प्रौद्योगिकी और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों में निवेश करे और भारत के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीन के नियंत्रण को चुनौती दे सके। दोनों देशों के इस महीने के अंत तक जल्द अंतरिम व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने की भी उम्मीद है।