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मनोचिकित्सक मरीजों से करता था छल, अमेरिकी अदालत ने भेजा जेल

जांच में यह सामने आया कि उन्होंने ऐसे मरीजों का इलाज किया, जिन्हें कोई बीमारी ही नहीं थी। इस काम के लिए डॉ. मलिक ने एक अन्य शख्स को भी शामिल किया जो मरीजों के चिकित्सकीय दस्तावेज तैयार करता था। रिकॉर्ड में ऐसा लिखा जाता था कि मरीजों को ऐसा लगे कि उसका सही इलाज हो रहा है।

Photo by CHUTTERSNAP / Unsplash

आपके अनुभव में भी ये कई बार आया होगा। आप किसी बीमारी के इलाज के डॉक्टर के पास गए होंगे तो पर्ची में ढेर सारा जांच लिख दिया होगा। पर्ची में तरह-तरह की दवाइयों की लंबी सूची होगी। हो सकता हो आपको मामूली सी बीमारी हो। लेकिन जांच वगैरह के नाम पर आपकी जेब से हजारों रुपये गायब हो गए। तब आपको अपने साथ चिकित्सीय धोखाधड़ी का अहसास होता है। ये खेल पूरी दुनिया में कई डॉक्टर खेलते हैं और इसका अंजाम आम मरीजों को भुगतना पड़ता है। अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में एक मनोचिकित्सक डॉ. मलिक मोहम्मद को ऐसे ही एक मामले में चार साल चार महीने की सजा सुनाई गई है।

डॉ. मलिक मोहम्मद मरीजों का फर्जी इलाज करते थे। गलत तरीके से मरीजों को दवा लिख देते थे। इसके साथ ही उन्हें अपने मरीजों को फर्जी तरीके से जांच लिखने और गलत मेडिकल रिकॉर्ड बनाने का दोषी पाया गया है। मरीजों में ज्यादातर नाबालिग हैं। ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ विर्जिनिया के यूएस अटॉर्नी ऑफिस की तरफ से जारी अदालती दस्तावेजों के मुताबिक 48 साल के डॉ. मलिक मुहम्मद के बारे में शिकायत मिली थी।

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