भारतीय मूल की फिजिसिस्ट आरती प्रभाकर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में नामित किया है। बाइडेन ने प्रभाकर को व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (OSTP) के निदेशक के पद के लिए नामित किया है। भारतीय अमेरिकी समुदाय इसे ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए प्रसन्नता जताई है।

अगर सीनेट द्वारा पुष्टि हो जाती है तो डॉ. प्रभाकर ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (OSTP) के प्रमुख निदेशक के रूप में पहली महिला, अप्रवासी के रूप में इतिहास बनाएंगी। वह बाइडेन प्रशासन में एक महत्वपूर्ण पद के लिए नामित होने वाली भारतीय-अमेरिकी समुदाय की नवीनतम उच्च योग्यता प्राप्त पेशेवर भी होंगी।
इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट के कार्यकारी निदेशक नील मखीजा ने आरती प्रभाकर के नामित होने के लेकर कहा कि हम इस बात को लेकर रोमांचित हैं कि राष्ट्रपति बाइडेन ने व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (OSTP) के निदेशक के रूप में डॉ. आरती प्रभाकर को नामित किया है। हम राष्ट्रपति के ऐतिहासिक निर्णय की सराहना करते हैं जो न केवल असाधारण रूप से योग्य डॉ. प्रभाकर का उत्थान करता है बल्कि यह सभी दक्षिण एशियाई और एशियाई अमेरिकियों के लिए भी है जो नई ऊंचाइयों तक पहुंचने और सार्वजनिक सेवा और वैज्ञानिक समुदाय के भीतर नेता बनने की इच्छा रखते हैं। हमें इसमें कोई संदेह नहीं है कि पहली महिला एशियाई अमेरिकी और अप्रवासी डॉ. प्रभाकर OSTP निदेशक के रूप में सेवा करेंगी। वह राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल के सदस्य के रूप में अपने ऐतिहासिक पद पर प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और विविध नेतृत्व लाएंगी।
वहीं इस मसले पर एएपीआई (AAPI) विजय गठबंधन के कार्यकारी निदेशक वरुण निकोर ने कहा कि मुझे इस ऐतिहासिक नामांकन पर डॉ. आरती प्रभाकर को बधाई देने के लिए AAPI विजय गठबंधन का नेतृत्व करने पर गर्व है। यह अविश्वसनीय है कि राष्ट्रपति ने डॉ. प्रभाकर को ओएसटीपी का नेतृत्व करने के लिए पहली अप्रवासी के रूप में नामित किया है। यह तब हुआ है जब हम इस महीने में अप्रवासी विरासत माह मना रहे हैं। वरुण ने कहा कि पीएचडी हासिल करने वाली पहली महिला होने से लेकर प्रभाकर अपने करियर के हर पहलू में अग्रणी रही हैं। हम डॉ. प्रभाकर के नामांकन के साथ अपने मंत्रिमंडल में विविधता लाने के लिए राष्ट्रपति की सराहना करते हैं।
बता दें कि साल 1993 में आरती प्रभाकर को तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्टैंडर्ड्स एंड टेक्नोलॉजी (NIST) का नेतृत्व करने के लिए चुना था। इसके दो दशक बाद पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रभाकर को डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट (DARPA) की कमान सौंपी थी। आरती प्रभाकर का जन्म भारत में और पालन-पोषण टेक्सास में हुआ था। कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से साल 1984 में उन्होंने पीएचडी की डिग्री प्राप्त की थी। इसके बाद उन्होंने सरकार के साथ काम करना शुरू कर दिया था। वर्ष 1997 में वह अमेरिका के वेस्ट कोस्ट चली गई थीं, जहां सिलिकन वैली में एक वेंचर कैपिटलिस्ट के रूप में एक दशक से अधिक समय गुजारा था।